स्वपन और उनके अच्छे -बुरे प्रभाव जाने | Apne Sapno Ka Faladesh Jane



स्वपन और उनके अच्छे -बुरे प्रभाव जाने (Sapno Ka Faladesh Jane) | Dream Meanings | Dream Dictionary


Sapno Ka Matlab Kya Hai Aur Unka Faladesh

Sapno ka faladesh, yaani ki dreams interpretation, purane samay se ek prachalit kala hai. Kai log manate hain ki sapne hamare man aur atma ke darpan hote hain, jinhone hamein bhavishya mein hone wale ghatnaon ke baare mein suchit karne ka maksad rakhta hai. Halaanki, sapnon ka faladesh puri tarah se anishchit aur scientific nahi hai, kuch log ispar vishwas karte hain aur uska sahara lete hain apne jeevan mein kuch nirnay lene ke liye.

Sapno ka faladesh anek tarikon se kiya ja sakta hai, jaise ki vyakti ke vyaktitva, uske jeevan ki ghatnaon ka samarthan, uske man mein chal rahe vicharon ka prabhav, ityadi. Is prakriya mein, vyakti ke sapnon ka ullekh karta hai aur unhe ek vishesh tatv, prateek, ya ghatna se jodkar samjhta hai.

Sapnon ka faladesh ki vidya par adhiktar vishvas bhakti evam bhavnaon par aadharit hota hai. Ismein vyakti ke anubhav, samajik sanskriti, evam sanskar bhi mahatvapurna bhoomika nibhate hain. Vyakti ke vyaktigat anubhav, jeevan ki ghatnaon ka dhyan rakhna aur apne bhavishya ke prati samvedansheel rahna, sapno ka faladesh ko sahi se samjha ja sakta hai.

Dhyan dein ki sapno ka faladesh vyakti se vyakti tak alag ho sakta hai. Har vyakti ke sapne uske vyaktigat anubhavon, vicharon, aur jeevan ki sthitiyon ke anurup hote hain. Isliye, ek sapne ko sirf us vyakti ke vishesh paristhitiyon mein samjha ja sakta hai jisne us sapne ko dekha hai.

Samanya taur par, sapnon ka faladesh keval vyakti ko uske jeevan ke vishesh bhavishya ki jankari pradan karne ki koshish karta hai. Ise ek saral tareeke se grahan karna chahiye, aur yeh vyakti ko kisi nirnay ko lene ke liye prerit karna chahiye. Sapnon ka faladesh kabhi bhi poori tarah se satyata ki drishti se liya nahi jana chahiye, balki usko ek prakar ka paramarsh samjha jana chahiye.

Sapnon ka faladesh ek prakriya hai jise vyakti apne jeevan ke nirnayon mein shaamil kar sakta hai, lekin vishvas ke saath aur vivek se upyog karna chahiye. Vishvas aur vivek ke saath agar vyakti sapnon ka faladesh ka sahara leta hai, to vah uska sahi upyog kar sakta hai apne jeevan mein.


अपने सपनो का अच्छा और बुरा फल जाने 
Meaning Of Your Bad Dreams & Good Dreams

हम सबको सपने आते है लेकिन क्या उनका कोई अर्थ होता है ? उनका क्या मतलब होगा है ? हमको सपने क्यों आते है ? क्या सभी सपने बुरे होते है या अच्छे भी होते है ? ये सभी सवाल आपके मन में आते होंगे ? इस पोस्ट को आप सर्च कर के देख सकते है की आपका सपना कौन सा है और उसका क्या मतलब है।  नीचे लगभग सभी सपनो का मतलब बताया गया है। आपको अपने सपने से मिलता हुआ सपना देखना है और उसका मतलब समझना है।  दुनिया में करोडो लोग है और सभी रोज़ करोडो सपने देखते है तो ये असंभव कार्य है की सभी सपनो को एक पुस्तक या पोस्ट में लिख दिया जाय।  सपनो का उल्लेख सांकेतिक भाषा में ही किया या समझाया जा सकता है। अच्छे और बुरे सपने के उपाय भी होते है लेकिन इस पोस्ट के लम्बी होने के कारण उपाय दूसरी पोस्ट में दिए जाएंगे। 

सपने या स्वप्न आते क्यों है? 

सपने हर इंसान को आते है लेकिन सवाल ये है की क्या वो सच होते है ? जी हाँ सपने सच भी होते है | सभी सपने सच नहीं होते है बल्कि सुबह निद्रा खुलने से ठीक पहले देखा गया सपना ही सच होता है | सच होने का अर्थ ये नहीं है बिलकुल वैसा ही आपके साथ हकीकत में घटित हो जायगा | यदि आपने सुबह सपना देखा की आप किसी और शहर में है तो ऐसा हो सकता है की आपको कुछ ही दिनों में दूसरे शहर किसी काम से जाना पड जाय | 

Sapno Ka Meaning Jane - Dream Interpretation In Hindi - Dream Dictionary 

इस प्रश्न का कोई ठोस प्रामाणिक उत्तर आज तक खोजा नहीं जा सका है। प्रायः यह माना जाता है कि स्वप्न या सपने आने का एक कारण ÷नींद' भी हो सकता है। विज्ञान मानता है कि नींद का हमारे मस्तिष्क में होने वाले उन परिवर्तनों से संबंध होता है, जो सीखने और याददाश्त बढ़ाने के साथ-साथ मांस पेशियों को भी आराम पहुंचाने में सहायक होते हैं। इस नींद की ही अवस्था में न्यूरॉन (मस्तिष्क की कोशिकाएं) पुनः सक्रिय हो जाती हैं। वैज्ञानिकों ने नींद को दो भागों में बांटा है पहला भाग आर ई एम अर्थात्‌ रैपिड आई मुवमेंट है। (जिसमें अधिकतर सपने आते हैं) इसमें शरीर शिथिल परंतु आंखें तेजी से घूमती रहती हैं और मस्तिष्क जाग्रत अवस्था से भी ज्यादा गतिशील होता है। इस आर ई एम की अवधि 10  से 20 मिनट की होती है तथा प्रत्येक व्यक्ति एक रात में चार से छह बार आर ई एम नींद लेता है। यह स्थिति नींद आने के लगभग 1.30 घंटे अर्थात 90 मिनट बाद आती है। इस आधार पर गणना करें तो रात्रि का अंतिम प्रहर आर ई एम का ही समय होता है (यदि व्यक्ति समान्यतः 10 बजे रात सोता है तो ) जिससे सपनों के आने की संभावना बढ़ जाती है।

आप अगर रात के प्रथम पहर में कोई स्वप्न देखते हैतो उस स्वप्न का शुभ या अशुभ
फल आपको साल भर में मिलने की संभावना रहती है.

रात के दूसरे पहर में आप कोई स्वप्न देखते है.उसका शुभ या अशुभ फल मिलने का समय
आठ महीने का होता है.

रात के तीसरे पहर में आप कोई स्वप्न देखते है तो तीन महीने में उसकाशुभ अशुभ फल
मिलता है.

रात के चौथे पहर के स्वप्न के फल प्राप्ति का समय एक माह होता है. और जो स्वप्न
सुबह भोर काल में देखे जाते है उसका फल शीघ्र ही आपको मिलजाता है.

दिन निकलने के बाद देखे जाने वाले स्वप्नों का फल आधे माह के भीतर ही मिलजाते
है. जीवनमें बहुत प्रकार के स्वप्न दिखाई देते है और विभिन्न विषयों पर स्वप्न
दृश्यमान होते है,

उन सभी चयन करना असंभव है फिर भी अधिकतर स्वप्न का फल बताने का प्रयासकिया जा
रहा है जो कि शब्दों के क्रमवार से लिखने का प्रयास कर रहा हूँ.....


स्वप्न मनुष्य के लिए बड़े ही आकर्षकलुभावने और रहस्यमय होते है. डरावने और
बुरे स्वप्न जहां उसे भयभीत करते है. वहींदिलचस्प, मनोहारी और अच्छे स्वप्न उसे
आत्मविभोर कर देते है.


 रात्री में सुप्त अवस्थामें देखे गए स्वप्नों के स्वप्न जाल में घिरा वह सारा
दिन एक अजीब सी खुशी काअनुभव करता है.एक अजीब सी ऊर्जा उसके भीतर प्रवाहित होती
रहती है. मनुष्य स्वभावही ऐसा है, जो बुरे स्वप्न के फल को भी जानना चाहताहै.और
अच्छे स्वप्न के फल को भी जानने के लिए उत्सुक रहता है.

सपने देखना मानव जीवन की एक आवश्यक आवश्यकता है। सपने देखने में कमी होने का
मतलब है आप में प्रोटीन की कमी है या फिर आप पर्सनॉलिटी डिसऑर्डर के शिकार
हैं।

-----साँप- भारतीय परंपरा में मदमस्त साँप को देखने का अर्थ है, कुंडली का
जागृत होना तथा आंतरिक प्रेरणा एवं बाहरी सजग दृष्टिकोण के बीच संघर्ष के रहते
सपनों में हिलते सर्प दिखाई देते हैं।
----- पक्षी- पक्षी आत्मा या वासनाओं से मुक्ति का प्रतीक होता है। स्वप्न में
पक्षी किस अवस्था में दिखता है उसी से आत्मा की स्थिति का अनुमान लगाया जाता
है।
----- उड़ना- यह आत्मविश्वास या स्वतंत्रता एवं मोक्ष का दर्शन है। आधुनिक
विचारधारा इसे असाधारण क्षमता के प्रतीक के रूप में देखती है।
----घोड़े- घोड़े का दिखना स्वस्थ होने का सूचक है। यह परोक्ष दर्शन की क्षमता
सुझाता है। कुछ लोग इसका संबंध प्रजनन से जोड़ते हैं।

कुछ स्वप्न और उनका प्रभाव-----
----- यदि स्वप्न में व्यक्ति खुद को पर्वत पर चढ़ता पाए, तो उसे एक दिन सफलता
निश्चित मिलती है।


------- उल्लू दिखाई दे, तो यह रोग अथवा शोक का सूचक माना जाता है।
  यदि कोई बुरा स्वप्न दिखाई दे, तो नींद खुलते ही गायत्री मंत्र पढ़कर पानी पी
लेना चाहिए। उसी समय हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए और फिर नहीं सोना
चाहिए।      
-------------- कबूतर दिखाई दे तो यह शुभ समाचार का सूचक है।
----- व्यक्ति खुद को रोटी बनाता देखे, तो यह रोग का सूचक है।
---- भंडारा कराते देखने पर व्यक्ति का जीवन धनधान्य से पूर्ण रहेगा।
----- दिन में दिखे स्वप्न निष्फल होते हैं।


------ सपनों में मनुष्य की रुचि हमेशा से ही है। हमारे वेदों-पुराणों में भी
सपनों के बारे में जिक्र किया गया है। यदि कोई बुरा स्वप्न दिखाई दे, तो नींद
खुलते ही गायत्री मंत्र पढ़कर पानी पी लेना चाहिए। उसी समय हनुमान चालीसा का पाठ
अवश्य करना चाहिए और फिर नहीं सोना चाहिए।
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