हस्तरेखा से जाने आपकी कार्यक्षमता और प्रतिभा

कार्यक्षमता एवं प्रतिभा


मस्तिष्क रेखा से उदय तथा शनि पर्वत की ओर वृत्ताकार रूप में जाती हुई भाग्य रेखा-ंपरिश्रम भरा जीवन।


  • मणिबंध का पहला वलय जंजीरदार कठोर परिश्रम और सावधानी का जीवन परन्तु अन्ततः सफलता प्राप्त होती हैं।   
  •  मस्तिष्क रेखा से उदय तथा शनि पर्वत की ओर वृत्ताकार रूप में जाती हुई भाग्य रेखा-ंपरिश्रम भरा जीवन। 
  •  गहरी हथेली तथा मुडी उंगलियों के साथ सूर्य रेखा प्रतिभा का दुरुपयोग। 
  •  फीकी या हल्के से रंग की सूर्य रेखा कलात्मक प्रतिभा परन्तु कार्यान्वित करने की अपर्याप्त शक्ति। 
  •  सूर्य रेखा दोनों हाथों में स्पष्ट, साथ में सूर्य पर्वत पर एक तारे का चिह्न प्रतिभा द्वारा ख्याति। 
  •  अच्छी सूर्य रेखा परन्तु साथ में दो लहरदार अनियमित रेखायें सूर्य पर्वत पर पथ भ्रष्ट। 
  •  दूसरी उंगली पर त्रिकोण तन्त्र विज्ञान द्वारा प्रतिभा।
  •  अन्तः प्रेरणा रेखा का उदय द्वीप के साथ अन्तदृष्टि की प्रतिभा।
  •  बहुत विकसित सूर्य पर्वत, प्रखर प्रतिभा।
  •  दोनों हाथों में अच्छी सूर्य रेखा, साथ में सूर्य पर्वत पर एक गहरी स्पष्ट रेखा लाभप्रद प्रतिभा।  
  •  सूर्य पर्वत पर दो लहरदार विषम रेखायें, साथ में अच्छी सूर्य रेखा पथ भ्रष्ट प्रतिभा।   
  •  मस्तिष्क रेखा के अन्त में बुध पर्वत पर च-सजय़ती हुई रेखा नकल उतारने की प्रतिभा।  
  •  नर्म जोड़ तथा छोटा अंगूठा, साथ में चन्द्र पर्वत पर जाली काव्य प्रतिभा।
  •  अनामिका उंगली चपटाकार अग्रभाग सहित और दृ-सजय़ सूर्य पर्वत भाग्य रेखा से एक शाखा बुध पर्वत की ओर नाटकीय प्रतिभा। 
  •  बहुत दृ-सजय़ और सीधी मस्तिष्क रेखा साथ में निकृष्ट हृदय रेखा ओर पतली उंगली उसकी दूसरी उंगलियों की अपेक्षा लम्बी, अर्थव्यवस्था की प्रतिभा। 
  •  तीसरी उंगली लम्बे पर्व के साथ कला में परिश्रम प्रतिभा तथा सामान्य बुद्धि का मिश्रण। 
  •  चैथी उंगली कनिष्ठा, लम्बे दूसरे पर्व के साथ परिश्रम तथा व्यापारिक क्षमता। 
  •  सूर्य पर्वत पर दो रेखायें-ंसच्ची प्रतिभा, परन्तु साधारण सफलता।
  •  सूर्य पर्वत सूर्य रेखा के साथ ही एक नक्षत्र परिश्रम से भारी ख्याति।
  •  सूर्य पर्वत, शुक्र का चिह्न, बुरे हाथ में, प्रतिभा का दुरुपयोग।