लम्बी उँगलियाँ (Long Fingers)
हथेली को प्रथम मणिबध (Bracelet) से बीच की अंगुली (मध्यमा) के मूल तक फैला माना जाता है। यदि मध्यमा अँगुली की लम्बाई हथेली की लम्बाई के 3/4 के बराबर हो तो अँगुलियों की लम्बाई सामान्य मानी जाती है। यदि यह अँगुली इस अनुपात से बड़ी हो तो अँगुलियाँ लम्बी और इससे छोटी होने पर छोटी अँगुलियाँ समझी जाती है।
हथेली (Palm)
यदि हथेली ऊपर बताये गये अनुपात से अधिक लम्बी हो तो लम्बी हथेली और अनुपात से छोटी होने पर छोटी हथेली मानी जाती है। जब चारों अँगलियों की चौड़ाई की तुलना में हथेली के दोनों भाग ज्यादा फैले होते हैं, उसे चौडी हथेली कहते हैं। अगर हथेली चारों अँगुलियों के बराबर चौड़ी हो तो उसे सामान्य तथा संकरी होने पर संकरी हथेली कहते हैं। सख्त और लचीली हथेली सौभाग्य सूचक मानी जाती है। दबी हुई हथेली दुर्भाग्य और गरीबी की सूचक है। जिस स्थान पर हथेली दबी (Hollow) होगी तो उसके अनुसार खराब असर दिखायेगी। मुलायम और थलथली हथेली (जो अधिक मोटी नहीं हो) विलासिता-प्रेम, इन्द्रिय लोलुपता और आलसी स्वभाव प्रकट करती है।
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