एक ही पोस्ट में सभी समस्या के टोटके और उपाय | Totke Aur Upay

एक जगह सभी तरह के सरल टोटके और उपाय 

एक जगह सभी तरह के सरल टोटके और उपाय


आज सभी के जीवन में कोई ना कोई समस्या बनी रहती है और व्यक्ति इंटरनेट पर उन समस्या का समाधान खोजता रहता है । इस पोस्ट में आपको एक ही जगह सभी समस्यों का समाधान देने की कोशीश की गई है । 


शीघ्र विवाह के उपाय और जल्द विवाह का टोटका

उम्र पहुंच गई है 35 के पार तो करें ये उपाय..... हर उम्र पर ग्रहों का प्रभाव अलग होता है, इसलिए उम्र के मुताबिक शीघ्र विवाह के उपाय करने चाहिए. तो आइए जानते हैं कि 35 साल से ज्यादा उम्र में शीघ्र विवाह के अचूक उपाय क्या हैं....

- 108 बेलपत्र लें और हर बेलपत्र पर चन्दन से 'राम' लिखें. 

- इसके बाद एक-एक करके सारे बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं.

- हर बेलपत्र चढ़ाते समय 'ॐ नमः शिवाय' कहें. 

- यह प्रयोग बृहस्पतिवार की सुबह या शाम को करें. 

- कम से कम तीन बृहस्पतिवार यह प्रयोग करें, आपका विवाह शीघ्र हो जाएगा.

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शीघ्र विवाह के लिए सूखे नारियल का प्रयोग भी काफी असरदार होता है।  आप मंगलवार को एक सुखा नारियल लेकर इसके अंदर एक इंच के बराबर छेद कर दें। इस छेद में से इस नारियल के अंदर चीनी पावडर (21 रूपये के पंचमेवे के साथ), 300 ग्राम बुरा भर दें।  इसके बाद इस नारियल को किसी पीपल के पेड़ के नीचे गाड़ दें।  ये टोटका लगातार 7 मंगलवार तक करें.। इससे शीघ्र विवाह का योग बनेगा।

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रविवार के दिन करें ये उपाय बनेंगे विवाह के योग 

-रविवार के दिन एक पीला कपड़ा लें और उसमें 7 सुपारी, 7 हल्दी की गांठ, 7 गुड की ढेली, 7 पीले फुल, 70 ग्राम चने की दाल, 70 सेंटीमीटर पीला कपडा रख लें। अब आप इन सबसे माता पार्वती की पूजा करें और पूजन के बाद इन सबको 40 दिनों तक अपने घर में रखें।

-माता पार्वती के आशीर्वाद से इन 40 दिनों के भीतर ही आपके विवाह के शुभ योग बनने आरंभ हो जायेंगे ।

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नौ ग्रहों को प्रसन्न करें 

सुर्य - जल (पानी) के द्वारा प्रतिदिन सुबह सूर्य भगवान् को जल अर्पित करें। 

चंद्रमा - महादेव का जल से अभिषेक करें।

मंगल - मजदूरों के लिए जल की व्यवस्था करें। 

बुध - पौधों में पानी दें।

बृहस्पति- मंदिर में जल की व्यवस्था करें। 

शुक्र- मीठा सरबत बनाकर बाटें ।

शनि - वृद्धाश्रम में जल की व्यवस्था करें। 

राहु पक्षियों के लिए प्रतिदिन पानी रखें।

केतु - कुत्तों के लिए पानी पीने की व्यवस्था करें।

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नवग्रह शांति के जैन मंत्र

सूर्य ग्रह - पूर्व दिशा में मुंह कर लाल रंग की माला से जप करें।
मंत्र - ॐ ह्रीं श्रीं पद्मप्रभवे नमः । 

चन्द्र ग्रह- उत्तर दिशा में मुंह करके श्वेत रंग की माला से जप करें।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं चन्द्रप्रभवे नमः ।

मंगल ग्रह - पूर्व दिशा में मुंह करके लाल रंग की माला से जप करें।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं वासुपूज्यप्रभवे नमः । 

बुध ग्रह - पूर्व दिशा में मुंह करके हरे रंग की माला से जप करें।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं शांतिनाथाय नमः । 

बृहस्पति ग्रह - ईशान कोण में मुंह करके पीले रंग की माला से जप करें।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं आदिनाथाय नमः ।

शुक्र ग्रह - पूर्व दिशा में मुंह करके श्वेत रंग की माला से जप करें।
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं सुविधिनाथाय नमः । 

शनि ग्रह - पश्चिम दिशा में मुंह करके श्याम रंग की माला से जप करें।
मंत्र ॐ ह्रीं श्रीं मुनि सुव्रतनाथाय नमः ।

राहु ग्रह - पूर्व या पश्चिम दिशा में मुंह करके काले रंग की माला से जप करें । 
मंत्र- ॐ ह्रीं श्रीं नेमिनाथाय नमः । 

केतु ग्रह - पूर्व दिशा में मुंह करके नीले रंग की माला से जप करें।
मंत्र ॐ ह्रीं श्रीं पार्श्वनाथाय नमः ।

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वाहन पूजा विधि 

* नई कार पर सबसे पहले आम के पत्ते से तीन बार जल छिड़कें।
* फिर सिन्दूर व घी के तेल के मिश्रण से वाहन पर छोटा सा स्वस्तिक बनाएं। स्वस्तिक शुभ होने के साथ- साथ ही काफी ऊर्जाप्रदायक होता हैं। वाहन द्वारा यात्रा में किसी प्रकार का व्यवधान न आए इसीलिए स्वस्तिक बनाया जाता है।
• फिर वाहन को फूलमाला पहनाएं।
• वाहन में तीन बार कलावा लपेटें। कलावा रक्षासूत्र होता है। जो वाहन की सुरक्षा के लिए होता है।
• अब कर्पूर से आरती करें।
• कलश के जल को दाएं-बाएं डालें। यह वाहन के लिए स्वागत का भाव को प्रदर्शित करता हैं।
* कर्पूर की राख से एक तिलक वाहन पर लगा दें। यह वाहन को नजरदोष से बचाता है।

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घर में रहेगी सुख- शांति हमेशा - वस्तु टिप्स 

वास्तु के अनुसार घर में कुछ बातों का ध्यान रखने से घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है। यदि आप भी चाहते हैं कि आपके घर में भी हमेशा सुख-शांति रहे तो बस जरुरत है, वास्तु के इन कुछ छोटे-छोटे टिप्स को ध्यान रखे। 
 
- घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक या ॐ का चिन्ह लगाने में सुख शांति बनी रहती है।
- नार्थ-ईस्ट दिशा में पानी का कलश रखें।
- ड्राइंग रूम में ताजा फूलों का गुलदस्ता रखें। इससे घर में सुख और शांति का स्थाई निवास होता है। 
- रसोईघर में पूजन का स्थान नहीं होना चाहिए। 
- बेडरूम में भगवान या धार्मिक चित्र नहीं लगाना चाहिए।
- घर के पूजन स्थल की दीवार से शौचालय की दीवार के संपर्क में नहीं होना चाहिए ।
- घर के वातावरण को ऊर्जात्मक रखने के लिए घर की आंतरिक सज्जा में ये ध्यान रखना चाहिए कि घर के किसी भी कोने में अंधेरा ना रहे।

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गरुड़ पुराण के टोटके

1. गरीबी मिटने के लिए - गरुड़ पुराण में गरीबी दूर करने के लिए खास मंत्र बताया गया है, ऐसी मान्यता है कि इस मंत्र के जाप से कुछ ही वक्त में गरीबी दूर हो जाती है और इंसान धनि बन जाता है। 

मंत्र : ॐ जूं सः

अगर इस मंत्र का रोज नित्य 108 बार पाठ करनेसे गरीबी का ह्रास होते जाता है।

2. घर में लक्ष्मी टिकाने के लिए - शास्त्रों की माने तो माता लक्ष्मी का आगमन घर के मुख्य द्वार से ही होता है। इसलिए हमें इस द्वार को हमेशा साफ सुतरा रखना चाहिए और घर की रसोई को भी हमेशा साफ रखे इससे माता लक्ष्मी का वास निरंतर रहता है। 

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कैसे पता चले की आप पर कुछ कराया गया है?

यदि आप को लगता है की आप पर किसी ने काला जादू किया है तो, फिटकरी के 7 दाने लीजिए और दोपहर को पानी में मिला कर, अपने ऑफिस या बेडरूम में (जहां आपको नेगेटिविटी महसूस होती है) रख के छोड़ दे। शाम को देखे, अगर घुल गए है सारे दाने तो फिर, यह केवल आपके मन का वहम है और, अगर न घुले तो हो सकता है कुछ कराया गया है या, कोई ऊपरी शक्ति का उस जगह प्रभाव है।

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 5 मिनिट मे नज़र उतारे

यदि आपको लगता है की आपको नज़र या टोक लगी हुई है तो, यह उपाय करे - एक ग्लास मैं पानी भरे और चम्मच भर के नमक डाले और घुमा कर बोले "हर नज़र, बुरी ताकत इसी में घुल जाए" फिर इस ग्लास को अपने सर के ऊपर 7 बार सीधा घुमाए और, रास्ते के दूसरी तरफ फेंक कर आ जाए, वापस मुड़ कर न देखे ।

शनिवार से शुरू करे और सबसे अच्छे उपाय के लिए, 7 दिन तक लगातार करे ।

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पितृदोष

पितृदोष क्या होता है ?

अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद विधि विधान से अंतिम संस्कार न किया जाए या किसी की अकाल मृत्यु हो जाए तो व्यक्ति से जुड़े परिवार की कई पीढ़ियों को तक पितृदोष का दंश झेलना पड़ता है। इसके लक्षणों से मुक्ति के लिए जीवन भर उपाय करने की जरूरत होती है।

पितृदोष सब दोष का बाप है। घर में बच्चों की शादियां समय पर नहीं होना, शादी हो कर टूट जाना,पति पत्नी के नॉर्मल होते हुए भी संतान न होना, संतान हो तो बड़ी होकर बिगड़ जाना, शत्रु बन जाना, घर में किसी की कम उम्र में मृत्यु हो जाना, घर में बीमारिया बनी रहना, घर में लंबे समय से कोई शुभ कार्य नहीं होना और हर कार्य में रुकावट आना,घर की दीवारों से छोटे छोटे पीपल का उग आना,घर में कबूतरों का बहुत आना, रात को नींद न आना,बहुत मेहनत करने के बावजूद कर्ज का लगातार बढ़ते जाना,कमाई का पक्का सोर्स नहीं हो पाना, घर में बहुत ग्रह क्लेश,लड़ाई झगड़े होना पितृदोष की निशानियां है। जिस घर में पितृदोष घुस जाए वह घर धीरे धीरे बर्बाद हो जाते है। दुनिया आगे पर पितृदोष वाले पीछे जाते है, समय पर इसके उपाय न किए जाए तो जिंदगी को मिट्टी में मिला देता है पितृदोष ।

इन गलतियों के कारण कई पीढ़ियों को होलना पड़ता है पितृ दोष का दंश -

पितृपक्ष के दौरान रसोईघर में लोहे के बर्तनों का प्रयोग भूलकर भी नहीं करना चाहिए। इस दौरान लोहे के बर्तनों में खाना नहीं पकाना चाहिए। पितृपक्ष के दौरान लोहे के बर्तन में खाना पकाने से पितर नाराज हो जाते हैं। | दरअसल पितृ पक्ष के दौरान लोहे के बर्तनों में खाना पकाने से पितृ संतुष्ट नहीं होते हैंए इसलिए इस दौरान लोहे के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। | इससे उनकी आत्मा को शांति नहीं मिलती अगर कोई शादीशुदा व्यक्ति श्राद्ध कर रहा है तो उसकी पत्नी उसके साथ होनी चाहिए। पितृपक्ष के दौरान सौंदर्यवर्धक चीजों का इस्तेमाल करने से बचें।

पितृ दोष के लक्षण 

1. संतान न होना, संतान हो तो विकलांग, मंदबुद्धि या चरित्रहीन अथवा होकर मर जाना।
2. नौकरी, व्यवसाय में हानि, बरकत न हो।
3. परिवार में एकता न होना, अशांति हो ।
4. घर के सदस्यों में एक या अधिक लोगों का अस्वस्थ होना, इलाज करवाने पर ठीक न होना।
5. घर के युवक-युवतियों के विवाह में रूकावट आना। 6. अपनों के जरिए धोखा मिलना।
7. दुर्घटनादि होना, उनकी पुनरावृत्ति होना ।
8. मांगलिक कार्यों में विघ्न होना।
9. परिवार के सदस्यों में किसी को प्रेत-बाधा होना इत्यादि । 
10. घर में हमेशा तनाव और कलेश रहना।

पितृ दोष के कारण

1. पितरों का विधिवत् संस्कार, श्राद्ध न होना ।
2. पितरों की विस्मृति या अपमान।
3. धर्म विरुद्ध आचरण ।
4. वृक्ष, फल लदे, पीपल, वट इत्यादि कटवाना ।


पितृ दोष का सरल उपाय 

हर अमावस्या को शिव मंदिर में शाम को पितरों के नाम का दीपक जलाने से घर की साफ सफाई रखने से,गायों को हरा चारा खिलाने से,कुत्तों कौवों की सेवा करने से पित्र प्रसन्न होते है। बाकी सटीक उपाय और लाभ के लिए अपनी जन्म कुंडली का विश्लेष्ण जरूर करवाएं

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गणेश जी पूरी करेंगे हर अधूरी इच्छा - 7 बुधवार तक करें ये आसान काम

बुधवार से शुरू करके सात बुधवार तक भगवान गणेश के मंदिर जाएं और उन्हें सिन्दूर चढ़ाएं। साथ ही अपने जीवन की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रार्थना करें।

अगर आपके घर में हमेशा कलह रहता है और परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद रहता है, तो घर में शांति और सद्भाव के लिए सात बुधवार तक भगवान गणेश के मंदिर में जाएं और हरी सब्जियां दान करें, अगर आप जीवन में आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो सात बुधवार सफेद गाय को हरी घास खिलाएं। इस उपाय को करने से धन में वृद्धि होती है और करियर में सफलता के रास्ते खुलते हैं।

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असफलता को सफलता में बदलने वाले -ज्योतिषीय उपाय

• ज्योतिष के अनुसार प्रातः काल उठते ही दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ कर अपने चेहरे पर 3-4 बार फेरें मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति का भाग्य चमकने लगता है हथेली के ऊपरी भाग में माता लक्ष्मी, बीच में मां सरस्वती और नीचले भाग में भगवान विष्णु का वास होता है। 
• शनिवार के दिन पास के किसी शनि मंदिर में जाकर वहां सरसों के तेल का दीपक जलाएं ऐसा करने से रोजगार से जुड़ी सभी समस्याएं दूर होती हैं साथ ही आर्थिक संकट दूर होता है । 
• पानी में नमक डालकर घर में पोंछा लगाने से पारिवारिक क्लेश और झगड़े बंद हो जाते हैं तथा घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। 
• ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, आटे में चीनी मिलाकर चीटियों को डालने से भाग्य चमकता है और सफलता मिलती है। 

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ख़राब शनि की निशानियाँ

खाना नंबर 1 - किसी भी मौके का जश्न अपने घर के अंदर मनाना ।
खाना नंबर 2 - सर पे सरसों तेल लगाना ।
खाना नंबर 3 - जेब में लेदर का बटवा रखना।
खाना नंबर 4 - नियमित रूप से मदिरा सेवन करना । 
खाना नंबर 5.- बच्चे के जन्म पर मीठा बांटना । 
खाना नंबर 6 - अपने बेटे की आलोचना सब के सामने करना।
खाना नंबर 7 - दोस्तों को मुफ्त की शराब पिलाना । 
खाना नंबर 8 - नहाते समय गिले पैर को जमीन से सटाना ।
खाना नंबर 9 - नास्तिक होना.
खाना नंबर 10 - डॉक्टरी की पढ़ाई करना । 
खाना नंबर 11 - 55 कि उमर से पहले अपना खुद का मकान बनवाना।
खाना नंबर 12 - दूसरे का झूठा खाना ।

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कोर्ट केस या मुकदमे में सुरक्षा के लिये उपाय 

एक मोर पंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिंदूर से शत्रु का नाम लिखकर मंगलवार या शनिवार को रात्रि में उसे घर के मंदिर में रखकर सुबह जल प्रवाह करें।

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नारियल का उतारा

पानीदार एक नारियल लें और उसे अपने ऊपर से 21 बार वारें या बीमार व्यक्ति के उपर से वारें और वारने के बाद उसे किसी देवस्थान पर जाकर अग्नि में जला दें।  ऐसा परिवार के जिस सदस्य पर संकट हो या खुद पर हो तो आप स्वयं कर सकते है। 

उक्त उपाय किसी मंगलवार या शनिवार को करना चाहिए। 5 शनिवार ऐसा करने से जीवन में अचानक आए कष्ट से छुटकारा से मिलेगा। यदि किसी सदस्य की सेहत खराब है तो ऊसके लिए यह ऊपाय उत्तम है।

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चाहे किसी की कुंडली हो या ना हो

1. अगर आपकी बाईक एक किक में स्टार्ट हो तो मानो आपका शनि अच्छा है 
2. अगर आपके कपड़ो में छेद नही हो तो आपका शुक्र अच्छा है 
3. अगर आपका घर सुंदर बनता जाता है तो आपका मंगल अच्छा है 
4. अगर आपको लोग पसंद करते है तो आपका बुध अच्छा है 
5. अगर आपके पर्स मे पैसे रहते है तो आपका गुरु अच्छा है 
6. अगर आपको रोजाना खाना स्वाद मिलता है तो आपका चंद्र अच्छा है 
7. अगर आपको सड़क पर मूल्यवान वस्तु पड़ी मिलती है तो आपका सूर्य अच्छा है
8. अगर आपको घड़ी पहनना पसंद है तो आपका राहु अच्छा है 
9. अगर आपकी कही वाणी सत्य होती है तो आपका केतू अच्छा है

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कमजोर शुक्र होने के लक्षण

• लगातार चेहरे की चमक कम होती जाती है आंखों की रोशनी दिन प्रतिदिन कम होती जा रही हो आकर्षण छीन लेता है
आर्थिक स्थिति को खराब हो जाती है पुरुषों के विवाह में अड़चने आना
• कमर और पिंडलियों में अधिक दर्द होना
• जीवन में दरिद्रता का आगमन होना
• रात को सोने से पहले अधिक मिठाई खाने का मन होना


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बच्चे की हरकतों से जानिए ग्रहों की स्थिति

1. शनि जब कमजोर होंगे तो बच्चा एकांत में बैठने लगता हैं।
2. मंगल जब कमजोर होगा तो गुस्सा बढ़ेगा और बच्चा चिड़चिड़ा होगा।
3. गुरु जब कमजोर होगा तो बच्चा बुजुर्ग का सम्मान नहीं करेगा।
4. राहु जब कमजोर होंगे तो बच्चा मोबाइल में ज्यादा व्यस्त रहेगा।
5. चंद्र जब कमजोर होगा तो बच्चा कुछ पूछने पर रोने लगता है।

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कुलदेवी ही रास्ता दिखाएगी

मंगलवार के दिन सुबह शुद्ध होकर एक साबुत सुपारी लें ध्यान रखें सुपारी खंडित न हो । सुपारी को पूजा स्थान पर रख कर एक रूपये का सिक्का उसके ऊपर रखें। कुछ बुँदे जल सुपारी के ऊपर डालें और एक धागा मौली का सुपारी के ऊपर रख कर कहें माता आपको वस्त्र अर्पित कर रहा हूँ। सुपारी पर सिंदूर लगाकर कहें हे माता जी श्रृंगार ग्रहण करें। घी का एक दीपक जलाएं और कहें माता जी कोई भी गलती हो तो शमा करना, मेरी रक्षा करो, मेरे घर में स्थान ग्रहण करो, मुझे दर्शन दो । मौली चढ़ते ही सुपारी गौरी गणेश का रूप धारण कर लेती है। अब हर सुबह शाम सुपारी को कुलदेवी मानकर धुप दीप करें और प्रार्थना करें कि माता जी दर्शन दीजिये । माता प्रसन्न होते ही आपको सपने में कोई रास्ता या इशारा दिखाएगी।

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केतु दोष निवारण उपाय

1) सवा किलो आटे को हल्का सा सेंककर उसमें गुड़ का चूरा मिला दें तो 43 दिन तक लगातार चींटियो को डालें।
(2) बुधवार के दिन गणेशजी को दूब अर्पित करें तथा प्रसाद चढ़ाएं।
(3) प्रतिदिन शाम को किसी निकट के मंदिर में गाय के घी का दीपदान करें।
(4) भगवान भोलेनाथ के महामंत्र "ॐ नमः शिवाय" का जाप करते हुए जल चढ़ाएं तथा भगवान से अपने संकट दूर करने की प्रार्थना करें।
(5) एक हरा रूमाल सदा अपने साथ रखें।
(6) रविवार के दिन कन्याओं को मीठा दही और हलवा खिलाएं।
(7) लगातार 43 दिन तक कुत्ते को मीठी रोटी खिलाएं। यह उपाय नियमित रूप से करें।
(8) त्रयोदशी (तेरस) के दिन केतु की शांति के लिए व्रत रखें। 
(9) भगवान भैरूंजी की उपासना करें। उन्हें केले के पत्ते पर चावल का भोग अर्पित करें।
(10) किसी गरीब को अथवा मंदिर में कंबल का दान करें। कंबल यदि भूरा हो तो और भी उत्तम हैं।
(11) यदि संभव हो तो केतु के बीजमंत्र "ॐ स्रां स्रीं स्रौं सः केतवे नमः" का किसी पंडित से 17,000 मंत्रजाप करवाएं।


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खुद से जानो कोन सा ग्रह खराब है 

१.सूर्य:- जूठे हाथ सिर पर लगाने से सूर्य खराब
२. चंद्र:- पानी व्यर्थ फैलाने से चंद्र खराब 
३. मंगल:- क्रोध करने से मंगल खराब 
४. बुध:- झूठ बोलने से बुध खराब 
५.गुरु:- बड़ो का सम्मान न करने से गुरु खराब
६. शुक्र :- पत्नी या स्त्री का सम्मान न करने से शुक्र खराब
७.शनि:- आलस्य करने से शनि खराब 
८. राहु:- चुगली करने से राहु खराब 
९. केतु:- किसी भिखारी या भिक्षुक का मजाक उड़ाने से केतु खराब


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पोस्ट आगे जारी रहेगी.......