वासना रेखा | सुमन रेखा | Vasana Rekha | Hastrekha



वासना रेखा | सुमन रेखा | Hastrekha

वासना रेखा

इस रेखा को सुमन रेखा, Via Lasciva Line भी कहा जाता है।  यह रेखा दो प्रकार की होती है पहली स्वास्थ्य रेखा के समान्तर और दूसरी रेखा शुक्र और चन्द्र पर्वत पर अर्धचन्द्राकार के रूप में दोनों पर्वत को जोड़ते हुई। 

वासना रेखा से व्यक्ति के अन्दर कामुकता और दुर्व्यसन की भावना बढ़ जाती है। 

अगर वासना रेखा स्वास्थ्य रेखा के समांतर है तो वो स्वास्थ्य रेखा को बल देती है।  स्वास्थ्य रेखा के दोष कम करती है लकिन अगर स्वास्थ्य रेखा बिलकुल कमजोर है और वासना रेखा बहुत प्रबल है तो व्यक्ति की कामुकता बढ़ जाती है लकिन उसका स्वास्थ्य अच्छा रहता है। 

यदि वासना रेखा दूसरी प्रकार की है तो व्यक्ति की वासना बहुत जयादा बढ़ी होगी ! ऐसा व्यक्ति अपनी वासना पूरी करने के लिए कुछ भी कर सकता है वो सही गलत नहीं सोचता है। 

जिन लोगो के हाथ में किसी भी प्रकार की वासना रेखा हो वो लोग हमेशा विलासिता का जीवन जीना चाहते है। अगर वासना रेखा जीवन रेखा/भाग्य रेखा को काट दे तो व्यक्ति को बुरी लत लग जाती है जैसे अफीम, चरस आदि की लत लग जाना। 

वासना रेखा के साथ अगर शुक्र मखेला, केतु, चन्द्र, और शुक्र पर्वत भी दूषित हो तो व्यक्ति को कोई ना कोई गुप्त रोग होता है। 

वासना रेखा के साथ हाथ में दूसरी चीजों का भी अध्ययन जरूरी है जैसे अगर वासना रेखा, सूर्य रेखा को काट दे तो व्यक्ति को दण्डित या अपमानित होना पड़ेगा अपनी कामुकता व लत के कारण। 

वासना रेखा पर पाए जाने वाले चिन्ह से आप अनुमान लगा सकते है की व्यक्ति पर क्या प्रभाव पडेगा। 

आप जिस तरह बाकी सभी रेखाओ का अनुमान लगाते है उसी तरह वासना रेखा का भी अनुमान लगा सकते है वासना रेखा का किसी रेखा से मिलना या उसे काटना या वासना रेखा का टूटा होना अलग अलग विचार प्रर्दशित करता है। आप सभी स्थिति का अनुमान लगा सकते है।

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