त्रिशूल चिन्ह (Benefit Of Trishul Sign In Indian Palmistry)


त्रिशूल चिन्ह के फायदे 

यदि हाथ में किसी भी रेखा पर त्रिशूल पाया जाता है तो वह उस रेखा के गुणों को दुगना कर देता है ! यदि त्रिशूल सूर्य रेखा पर पाया जाता है तो व्यक्ति को अपार सफलता मिलती है |

जिस व्यक्ति के हाथ में त्रिशूल होता है वो भाग्यशाली होता है लेकिन वो त्रिशूल किस लाइन पर है वो भी बहुत महत्व रखता है।

सूर्य रेखा पर है तो व्यक्ति के बल्ले-बल्ले है ऐसे व्यक्ति को खूब मान सम्मान मिलता है और सुपरस्टार की लाइफ होती है।

गरीब घर में पैदा होने के बाद भी अच्छी जिंदगी जीता है।  एक ही माँ की तीन संतान है जिनका जन्म गरीब घर में हुआ लेकिन जिसके त्रिशूल सूर्य रेखा पर है वो तरक्की कर लेता है और अच्छी जिंदगी जीता है जबकि दो भाई वही रह जाते है।

भिखारी के हाथ में तो वक्त जरूर करवट लेगा और वो एक दिन काफी अच्छी पोजीशन प्राप्त कर लेगा मतलब पूरी जिंदगी भिखारी नहीं रहेगा।

अब अगर भाग्य रेखा पर त्रिशूल है तो व्यक्ति के आय के साधन हमेशा चालू रहते है और कही न कही से आय होती रहती है। जमीन जायदाद खूब होती है।

अगर हृदय रेखा पर है तो व्यक्ति को धोखे खूब मिलते है। पारिवारिक कलह होती है प्रॉपर्टी को ले कर और ऐसा व्यक्ति समाज कल्याण में अपनी प्रॉपर्टी दान करता है।

मस्तक रेखा पर होने पर व्यक्ति कलाकार, लेखक लेकिन कन्फ्यूज्ड दिमाग का होता है वो एक जगह नहीं टिक सकता है।

अत: यदि हाथ में किसी भी रेखा पर त्रिशूल पाया जाता है तो वह उस रेखा के गुणों को दुगना कर देता है।  यदि त्रिशूल सूर्य रेखा पर पाया जाता है तो व्यक्ति को अपार सफलता मिलती है।  परन्तु यदि त्रिशूल की शाखा दोषयुक्त है तो त्रिशूल के प्रभाव में कमी आ जाती है। त्रिशूल सदैव अखंडित होना चाहिए और निर्दोष होना चाहिए तभी उसका सही सही फल मिलता है।

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-नितिन कुमार