रोगी और रोग की पहचान हस्तरेखा | Rog Ki Pachan | Hast Rekha

रोगी और रोग की पहचान हस्तरेखा  | Rog Ki Pachan | Hast Rekha

रोगी और रोग की पहचान हस्तरेखा 


यदि जीवन रेखा जंजीरनुमा हो आरम्भ में तो व्यक्ति बचपन में बीमार रहता है।

यदि भाग्य रेखा आरम्भ में टुकड़ो में हो या बाधा रेखाओ से कटी हो तो व्यक्ति का स्वास्थ्य बचपन में अच्छा नहीं होता है।

यदि जीवन रेखा और मस्तक रेखा काफी दूर तक एक साथ मिली हो तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य बचपन में अच्छा नहीं होता है।

यदि जीवन रेखा के आरम्भ में बड़ा द्वीप हो तो ऐसे व्यक्ति का स्वास्थ्य भी बचपन में अच्छा नहीं होता है।

यदि व्यक्ति के हाथ में ये उपरोक्त चिन्ह या निशान है लेकिन उसको बचपन में किसी भी प्रकार कि बीमारी नहीं हुई हो तो उसको बचपन में किसी न किसी पारिवारिक समस्या का सामना करना पड़ा होगा, ज्यादातर ऐसे व्यक्तियो को अपने माता पिता का प्रेम व सहयोग नहीं मिलता है अर्थात इनकी परवरिश दूसरे ही करते है। ऐसे व्यक्तियो का आरम्भिक जीवन कठिन होता है।