तर्जनी - Hastrekha Shastra
यदि अनामिका से बड़ी हो तो जातक अहं भाव से पूर्ण होता है। जिम्मेदार पद पर आसीन होने से अपने से ऊँचे पद पर आसीन व्यक्ति से तो खुशामद, चापलूसी से काम ले लेते हैं पर अपने अधीन कार्यरत व्यक्तियों के प्रति बराबर कड़ाई का ही रुख अपनाते हैं। इस स्वभाव के कारण प्राय: ये निदा के पात्र ही बनते है। नितिन कुमार पामिस्ट
यदि तर्जनी अनामिका से छोटी हो तो जातक बुद्धिमान, चालाक होते हैं। किसी भी तरह से अपना काम निकाल लेने की कला इनमें खूब होती है। चाहे जहाँ जैसा व्यवहार करना पड़े, ये करते हैं और सफलता प्राप्त करके ही रहते हैं। ऐसे लोग स्वाथी कहे जा सकते है।
यदि तर्जनी अनामिका की तुलना में बहुत छोटी हो तो जातक में तत्काल निर्णय लेने की क्षमता पूर्ण रूप से होती है।
यदि तर्जनी मध्यमा से बहुत अधिक लंबी हो तो जातक अति अहंकारी, कामवासना से पूर्ण और दुराचारी स्वभाव का होता है। नितिन कुमार पामिस्ट
तुलनात्मक दृष्टि से लंबी तर्जनी का ऊपरी सिरा नुकीला-सा हो तो जातक अंधविश्वासी एवं धर्म के पीछे पूर्ण आस्था से लगा होता है।
लंबी तर्जनी का यदि ऊपरी सिरा नुकीला न होकर वर्गाकार हो तो जातक चरित्रवान और सद्व्यवहारी होगा। तर्जनी अंगुली की लंबाई सामान्य हो (अनामिका के लगभग बराबर) पर सिरा चपटा-सा हो तो जातक का कोई भी विचार स्थिर नही होता, बल्कि निर्णय लिए गए विचार में भी आमूल परिवर्तन होने की संभावना होती है।
तर्जनी और मध्यमा दोनों समान लंबाई की हो तो जातक निश्चित रूप से विश्वसम्माननीय होता है। कहा जाता है कि अब्राहम लिंकन और नेपोलियन बोनापार्ट की ये दोनों अंगुलियाँ समान लंबाई की थीं।
नितिन कुमार पामिस्ट