फेंगशुई के चमत्कारी टोटके | Fengsui Ke Desi Totke



फेंगशुई के चमत्कारी टोटके



फैंगशुई के उपाय

फैंगशुई चीन का वास्तु शास्त्र है। वस्तुत: फैंगशुई चीन की दार्शनिक जीवन शैली का प्रतीक है जो ताओवादी धर्म पर आधारित है। फैंग यानि वायु और शुई यानि जल अर्थात फैंगशुई शास्त्र जल व वायु पर आधारित है। अपनी सरलता, सटीकता और उपयोगिता के कारण आज फैंगशुई के सिद्दांत बहुत ही तेजी से पूरे विश्व में लोकप्रिय होते जा रहे है। आज विश्व के करोड़ो लोगों ने इस शास्त्र की सहायता से अपने जीवन में सुखद बदलाव को पाया है । हम यहाँ पर आपके लिए कुछ बहुत ही आसान फैंगशुई प्रोडक्ट की जानकारी दे रहे है हमें विश्वास है कि यह आपके लिए अवश्य ही फलदाई साबित होंगे ।

1. लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति:
लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति फेंगशुई में बहुत शुभ मानी जाती है। उसे अपने ड्राइंग रूम में ठीक सामने की ओर रखें ताकि घर में प्रवेश करते ही आपकी नजर सबसे पहले उस मूर्ति पर पड़े। लाफिंग बुद्धा: हंसते हुए बुद्ध की मूर्ति धन दौलत के देवताओं में से एक मानी जाती है। इससे घर में संपन्नता, सफलता और समृद्धि आती है। यह मूर्ति शयन कक्ष तथा भोजन कक्ष में नहीं रखनी चाहिए।

2. विंड चाईम:
विंड चाईम अर्थात् हवा से जिसमें झंकार हो, ऐसी पवन घंटी घर व व्यापार के वातावरण को मधुर बनाती है। वास्तु और फेंगशुई के पाँच तत्वों को दर्शाने वाली पाँच राड की विंड चाईम शुभ मानी जाती है। ब्रह्म स्थान पर लगाने से स्वास्थ्य लाभ व उत्तर पश्चिम में लगाने से जीवन में नये सुअवसर प्राप्त होते हैं।

3. तीन टांग का मेंढक:
मुंह में सिक्का लिए तीन टांग का मेंढक धन प्राप्ति के लिए बहुत शुभ माना गया है। इसे इस प्रकार ही लगाना चाहिए जिससे यह लगे कि यह धन लेकर घर के अंदर आ रहा है। इसे रसोई या शौचालय में कभी नहीं रखना चाहिए।

4. धातु का कछुआ:
धातु का कछुआ आयु को बढ़ाने वाला व धन समृद्धि देने वाला है। इसे भगवान विष्णु का कच्छप अवतार माना गया है।इसे घर में ऐसे रखते है की यह घर के अन्दर आता नज़र आए। इसकी स्थापना से घर के सदस्यों का रोगों से बचाव होता है ।

5. क्रिस्टल बाल:
क्रिस्टल ऊर्जा वर्धक होते हैं। पूर्व दिशा में लगाने से स्वास्थ्य लाभ होता है। उत्तर पश्चिम दिशा में लगाने से परिवार में आपसी प्रेम बढ़ता है। पश्चिम में लगाने से संतान सुख व दक्षिण पश्चिम में लगाने से दाम्पत्य सम्बन्धों में सुधार होता है ।

6. लव बर्ड्स:
लव बर्ड्स पति-पत्नी के आपसी सम्बन्धों को मधुर बनाने के लिए शयन कक्ष में लगाया जाता है।

7. मेनडेरियन डक:
कुंवारे लड़के या लड़की की शादी के लिए मेनडेरियन डक का जोड़ा उस लड़के या लड़की के कमरे के दक्षिण पश्चिम भाग में लगाया जाता है,जिससे उनकी शादी जल्दी और अच्छी हो जाए ।

8. एजुकेशन टावर:
एजुकेशन टावर को विद्यार्थियों को सामने रख कर पढ़ने से उनका पढाई में ध्यान एकाग्रचित होता है। इससे इच्छा शक्ति व तर्क शक्ति में वृद्धि होती है और अधिक पढ़ने की प्रेरणा मिलती है।

9. दोहरा खुशी संकेत:
इस चिन्ह को घर के दक्षिण पश्चिम में लगाने से घर में खुशियों के मौके बढ़ते हैं। इससे विवाह के योग्य लड़के लड़कियों की शीघ्र और अच्छी शादी होने की संभावना प्रबल होती है ।

10. मिस्टिक नाट सिम्बलः
रहस्यमय गांठ अर्थात् जिसका न प्रारंभ पता है न अंत। इस चिन्ह को घर व आफिस की उत्तर दिशा में लगाने से धन व स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।

11. एनीमल सेटः:
इसे ड्राईंग रूम की चारों दिशाओं में लगाया जाता है। ड्रैगन पूर्वी दीवार पर, टाईगर पश्चिमी दीवार पर, फिनिक्स दक्षिणी दीवार पर तथा कछुआ उत्तर की दीवार पर लगाया जाता है। इसे लगाने से व्यक्ति की चहुँमुखी उन्नति होती है।

12. भाग्यशाली सिक्के:
तीन भाग्यशाली चीनी सिक्के घर के मुख्य द्वार के अन्दर के हैंडल पर बाँधे जाते है। इसे लगाने से घर में धन की वृद्धि होती है। परिवार के सभी सदस्य इससे लाभान्वित होते है। इन्हें पर्स में रखने से जेब में धन की वृद्धि होती है।

13. रत्नों का पेड़:
घर में सुख, शांति व धन को बढ़ाने के लिए इसे घर में लगाया जाता है। हरे रंग का पेड़ उत्तर दिशा में तथा मिश्रित रंगों का पेड़ दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए।

14. बांसुरी:
बीम के प्रभाव को कम करने के लिए बाँसुरियों पर लाल रिबन लपेट कर बीम के साथ इस प्रकार लटकाते हैं कि बाँसुरी का मुँह नीचे की ओर रहे और आपस में त्रिकोण बनाएं।

15. सुनहरी मछली:
सुनहरी मछली धन और समृद्धि की वृद्धि करती है। इनको घर की उत्तर दिशा में पूर्व की ओर मुँह करके लगाना चाहिए।

16. ड्रैगन के मुँह वाली बोट:
क्रिस्टल ऊर्जा वर्धक होते हैं। पूर्व दिशा में लगाने से स्वास्थ्य लाभ होता है। उत्तर पश्चिम दिशा में लगाने से परिवार में आपसी प्रेम बढ़ता है। पश्चिम में लगाने से संतान सुख व दक्षिण पश्चिम में लगाने से दाम्पत्य सम्बन्धों में सुधार होता है |

17. झाड़-फानूस:’ची’:
घर में दक्षिण-पश्चिम दिशा पृथ्वी तत्व से सम्बन्ध रखता है। यह विवाह एवं आपसी सम्बन्धों से जुड़ा है। प्रतिदिन दो घन्टे शाम के समय जला कर रखने से परिवार के सदस्यों में मेल-जोल की भावना बलवती होगी और साथ ही साथ अविवाहित व्यक्तियों के विवाह होने की सम्भावनाएं भी बढ़ेंगी।

18. पवन घंटी:
यह मुख्य दरवाजे के पास लटकायी जाती है। बैठक, या कार्यालय में लगाने से यह समृद्धि प्रदान करती है। इसकी पवित्र ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को कम कर के सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देती है। मंत्रों की ध्वनि और पवित्र धुन से वास्तु दोष नष्ट हो कर सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। पवन घंटी हर क्षेत्र में नहीं लटकानी चाहिए। इनके लटकाने का स्थान अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है।

19. फीनिक्स:
फेंगशुई के अनुसार यह इच्छा पूरी होने वाले भाग्य का प्रतीक है। भाग्य को क्रियाशील करने के लिए फीनिक्स के प्रतीक के रूप में उसके चित्र या पेन्टिंग दक्षिण कोने में लगाएं।

20. ड्रैगन:
ड्रैगन उत्तम यांग ऊर्जा का प्रतीक है। इसका सम्बन्ध पूर्व दिशा से जुड़ा हुआ है। इस दिशा का तत्व काष्ठ है। इसलिए लकड़ी की नक्काशी वाला ड्रैगन अच्छा रहता है। मिट्टी व स्फटिक से बना हुआ भी रख सकते हैं, परन्तु धातु का कभी मत रखें क्योंकि पूर्व दिशा में धातु काष्ठ को नष्ट कर देती है। ड्रैगन यांग ऊर्जा का प्रतीक होने के कारण रेस्टोरेन्ट, दुकानें, डिपार्टमेन्टल स्टोर्स जहां पर ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है, लोगों का आना-जाना अधिक रहता है, वहां पर भी पूर्व दिशा में चित्र रखना बहुत अच्छा होता है। इसे शयनकक्ष में न लगाएं क्योंकि वहां यांग ऊर्जा की जरूरत नहीं होती है।

21. डाल्फिन :
लोगों के बीच रिश्ते की गरमाहट बरकरार रखने के लिए 2 डाल्फिन का चित्र लगाएं। अगर आप बिजनेस पार्टनरशिप में हैं, तो भी डाल्फिन का चित्र लगा सकते हैं।

22. धातु का सिक्कों से भरा कटोरा :
घर या व्यापारिक स्थल के पश्चिम तथा उत्तर-पश्चिम दिशा में धातु से बने सिक्कों का कटोरा या पौधा रखने से मित्रों की संख्या बढ़ती है।

23. बेम्बू का वृक्ष:
यदि आपके घर-परिवार, व्यापारिक स्थल में खुशहाली नहीं है, धन की कमी रहती है तथा नकारात्मक ऊर्जा का प्रभुत्व है तो ऐसी दशा में आप चीनी बेम्बू का घर में प्रयोग करें। बेम्बू का वृक्ष सकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में वृद्धि लाता है, इससे आय के स्रोतों में भी वृद्धि होती है ।

24. चील:
चील सुरक्षा की प्रतीक है। इसकी मूर्ति घर में रखने से बीमारियों तथा दुश्मनों से रक्षा होती है।

25. गोलाकार डाइनिंग टेबल:
गोलाकार डाइनिंग टेबल फेंगशुई में बहुत शुभ मानी जाती है। परंतु ध्यान रखें कि टेबल के साथ लगी कुर्सियों की संख्या सम 4-6-8 आदि होनी चाहिए।

26.हाथी का जोड़ा:
हाथी का जोड़ा संतान इच्छुक दम्पति के कमरे में रखना बहुत शुभ माना जाता है।इसे मुख्य द्वार के पास लगाना सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

27. फुक, लुक और साउ:
ये क्रमशः सम्रद्धि, उच्च श्रेणी एव दीघार्यु के देवता हैं। इनकी उपस्थिति केवल प्रतीकात्मक होती है, इनकी पूजा नहीं की जाती है। घर में इनकी उपस्थिति अत्यन्त भाग्यशाली मानी गई है। फुक समृद्धि के देवता हैं, वे अन्य दोनों देवताओं से कद में ऊँचे हैं। आम तौर पर उन्हें बीच में रखा जाता है। फुक, लुक, साउ तीनों मिलकर अत्यन्त महत्वपूर्ण सौभाग्य का प्रतिनिधित्व करते है । इनकी उपस्थिति समृद्धि, प्रभुत्व, सम्मान, दीर्घायु एवं अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करती है।

28.मानकी निको :
अपना हाथ हिलाती हुई बिल्ली को लकी कैट या मनी कैट भी कहा जाता है।फैंगशुई में मानकी निको को बहुत शुभ सम्रद्धि का प्रतीक माना जाता है।वैसे तो यह कई रंगों में मिलती है लेकिन सुख सम्रद्धि,उन्नति और सफलता के लिए घर और व्यापारिक स्थल में पीले रंग की कैट को रखना अति शुभ माना जाता है। इसे रखने की सबसे उपर्युक्त दिशा दक्षिण पूर्व की है जो फैंगशुई में धन की दिशा कही जाती है इसके अतिरिक्त इसे उत्तर पूर्व में भी रखा जा सकता है,लेकिन यह ध्यान रहे की किसी को भी घर या व्यापारिक स्थल में घुसते ही सबसे पहले यह अभिवादन करते हुए नज़र आये, अर्थात सबसे पहले लोगो की इस पर ही नज़र पड़े ।