Jeevansathi (Pati Ya Patni) Ki Mrityu Ka Yog | Vivah Rekha

Jeevansathi (Pati Ya Patni) Ki Mrityu Ka Yog | Vivah Rekha

Jeevansathi (Pati Ya Patni) Ki Mrityu Ka Yog | Vivah Rekha

हाथ में विधवा होने का योग या अलगाव होने का योग 

यदि किसी मनुष्य के हाथ में विवाह रेखा नीचोन्मुख होकर हृदय रेखा की ओर अत्यन्त झुक जाय तो जिस स्त्री या पुरुष के हाथ में यह अंकित होगी तो पर-लिंग-जातक की शीघ्र मृत्यु को प्रदर्शित करती है अथवा अविवाहित रहना पड़ता है।

अभाग्यवश किसी भी हाथ में यदि ऐसी ही कोई विवाह रेखा अत्यन्त बढ़कर हृदय रेखा से छु जाय अथवा हृदय रेखा को काटकर नीचे को निकल जाय तो उस स्त्री को वैवव्य योग देखना पड़ता है और पुरुष के हाथ में यह लक्षण उस पुरुष को रँडुआ बनाता है अथवा स्त्री पुरुष दोनों को ही वियोग दुख सहना पड़ता है ।

इस योग के साथ अन्य योग भी देखने चाहिए और मृत्यु का फलादेश करने से बचना चाहिए क्युकी इस योग का फल शत-प्रतिशत नहीं पाया जाता है।