हाथों को देखते समय की सावधानियाँ | स्त्री और पुरुष के हाथ | हथेली और हाथ की अन्य विशेषताएँ


हाथों को देखते समय की सावधानियाँ | स्त्री और पुरुष के हाथ | हथेली और हाथ की अन्य विशेषताएँ

हाथों को देखते समय की सावधानियाँ

पूरी तरह एक ही प्रकार के हाथ कम होते हैं, अधिकांश हाथ मिले जुले (Mixed land) होते हैं। जैसे हथेली एक प्रकार की, अंगुलिया दूसरे प्रकार का, गुठी अलग तरह का। हाथ देखते समय इन बातों को डायरी में नोट करते जाइए। व्यक्ति (जातक) के हाथों की सभी रेखाओं, हथेली, अँगूठा, अँगुलियाँ आदि देखकर, उनके अनुसार ही गुणदोषों की मात्रा और प्रमुखता की व्याख्या करने के बाद ही उसका भविष्य बतायें।

स्त्री और पुरुष के हाथ

प्राय: महिलाओं के हाथ पुरुषों के हाथों की तुलना में छोटे, कोमल तथा चिकने होते हैं। दो अतीन्द्रिय हाथ जिनमें से एक स्त्री का और दूसरा पुरुष का हो, तो उसमें स्त्री में पुरुष की तुलना में अधिक भक्तिभाव, श्रद्धा और संयम मिलेगा। भारतीय स्त्रियों के बायें हाथ पर विशेष ध्यान देना चाहिए। लेकिन भाग्यफल दोनों हाथों को देखने के बाद ही निकालना चाहिए।

हथेली और हाथ की अन्य विशेषताएँ

मेरे अपने अनुभवों के अनुसार व्यक्ति की हथेली सख्त, लचीली और अँगुलियों के अनुपात के अनुसार होने पर मानसिक सन्तुलन, बुद्धि की तीव्रता और ऊर्जा (Energy) की द्योतक होती है। यदि ऐसी हथेली सूच्याकार (Conic) हाथ वाले की है तथा उसकी भाग्य रेखा भी अच्छी है तो वह अच्छा अभिनेता, कलाकार, गायक, लेखक हो सकता है।

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