Kinnar Ya Hinjda Hone Ka Yog Hastrekha Shastra


kinnar hijra gay

किन्नर या हिंजड़ा होने का योग | हस्तरेखा शास्त्र 
(Kinnar ya Hijra Hone Ka Yog | Hastrekha Shastra)

हस्तरेखा शास्त्र में कोई विशेष संकेत नहीं है जो गे या हिंजड़ा के लिए उल्लेख करता है।

1. यदि शनि पर्वत के नीचे तीन से चार द्वीप एक के बाद एक लगातार हृदय रेखा पर हैं तो अप्राकृतिक सेक्स, समलैंगिकता और किन्नर होने को इंगित करता है।

2. जीवन रेखा अंगूठे के आधार/निकट से शुरू होती है तो नपुंसकता का संकेत देती है।

3. कोमल हाथ के साथ लचीला और कमजोर अंगूठा और मस्तक रेखा का चन्द्रमा पर्वत के आर-पार करना (जीवन रेखा के साथ मस्तक रेखा का जुड़ा होना) हस्तमैथुन और समलैंगिकता को इंगित करता है।

4. मैरिज लाइन (विवाह रेखा) को लाइन ऑफ अफेक्शन भी कहा जाता है। विवाह रेखा आवश्यक रूप से विवाह नहीं दिखाती है बल्कि यह केवल किसी पुरुष या महिला के प्रति लगाव का संकेत हो सकता है। ये लेख भारत के प्रसिद्ध हस्तरेखा शास्त्री नितिन कुमार पामिस्ट द्वारा लिखा गया है अगर आप उनके दवारा लिखे सभी लेख पढ़ना चाहते है तो गूगल पर इंडियन पाम रीडिंग ब्लॉग को सर्च करें और उनके ब्लॉग पर जा कर उनके लिखे लेख पढ़ें । दूसरे शब्दों में यह रेखा किसी को भी व्यक्ति के पार्टी लगाव को इंगित कर सकती है जिसको आप दोस्त मानते हैं या प्रियजन।

विवाह रेखा अक्सर पोर्न स्टार, वेश्याओं, अविवाहित व्यक्ति, ब्रह्मचारियों, संतों (साधु), और किन्नर, उभयलिंगी, हिंजड़ा, लेस्बियन के हाथो में भी पाई जाती है और ऐसे मामलों में ये रेखा मजबूत दोस्ती/रिश्ते का संकेत देती है जो की शारीरिक ना हो कर लगाव होता है । हर विवाह रेखा जरूरी नहीं कि विवाह का प्रतिनिधित्व करे, लेकिन यह उस स्नेह का प्रतिनिधित्व करती है, जिसे आपने किसी के लिए कभी महसूस किया है या किसी से लगाव रखते है।