लहरदार स्वास्थ्य रेखा | Lahardaar Swasthaya Rekha

लहरदार स्वास्थ्य रेखा

यदि स्वास्थ्य-रेखा लहरदार हो। यदि स्वास्थ्य-रेखा लहरदार हो तो यह सूचित करती है कि ऐसा जातक लम्बे अरसे तक कुछ-कुछ बीमार रहेगा । जिगर की खराबी से पचासों रोग होते हैं और जो भी लम्बा रोग जातक को हो उसकी जड़ में-मूल कारण जिगर की खराबी होगी।
यदि जातक पर शनि का प्रभाव अधिक हो तो वात-विकार या गठिया-रोग होगा। स्नायु की दुर्बलता के कारण अन्य रोग भी हो सकते हैं ।
यदि जातक पर शनि का प्रभाव अधिक हो तो वात-विकार या गठिया-रोग होगा। स्नायु की दुर्बलता के कारण अन्य रोग भी हो सकते हैं । लहरदार स्वास्थ्य-रेखा होने से अनेक प्रकार के पित्त ज्वर-मलेरिया प्रादि होते हैं।
जिन पर सूर्य का अधिक प्रभाव हो और स्वास्थ्य-रेखा लहरदार हो तो पाचनशक्ति की खराबी के कारण उनको हृदयरोग की शंका होगी। ऐसे व्यक्तियों को उचित है कि वे अपने पेट और जिगर को ठीक हालत पर लावें, हृदय-रोग प्रपने-प्राप ठीक हो जावेगा।
यदि मंगल का प्रभाव प्रधिक होगा तो पेट की अंतड़ियों में शोय हो जावेगा। जब कभी भी स्वास्थ्यरेखा प्रच्छी न हो तो, हाथ के अन्य लक्षणों से तुलना कर यह विचार करना चाहिए कि क्या रोग होगा ।