शाखा का मस्तक रेखा से निकाल कर गुरु पर्वत पर जाना हस्तरेखा


यदि मस्तक रेखा से निकल कर कोई शाखा गुरु पर्वत पर जाती है तो ऐसे व्यक्ति कला-साहित्य, धार्मिक कार्यों में रुचि रखते है।  ऐसे व्यक्ति अहंकारी होते है। ऐसे लोगों को विदेश से लाभ मिलता है । समाज में इनका अच्छा नाम होता है । लेकिन यदि इस रेखा को आड़ी रेखा काट दे तो कभी कभी ये अपयश का कारण भी बन जाती है । आड़ी रेखा के काटे जाने पर इसका प्रभाव कम हो जाता है और कभी कभी इसके गुण अवगुण में बदल जाते है । आड़ी रेखा कितनी मजबूत है उस पर निर्भर करता है ।