ज्योतिष्य दृष्टि में अंगों का फड़कना
अंगों के फड़कने के विषय में सामुद्रिक शास्त्र में विस्तार से बताया गया है। विभिन्न अंगों के अलग-अलग हिस्से फड़कने पर क्या शुभाशुभ फल प्राप्त होते हैं, इसका विवरण पढ़िए इस लेख में
संपूर्ण मस्तक का फड़कना दूर स्थान की यात्रा का संकेत समझना चाहिए तथा मार्ग में परशोनियां भी आती है।
सिर का मध्य भाग फड़के तो धन की पा्रप्ति होती है तथा परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
यदि ललाट मध्य से फडक़ ने लगे तो लाभदायक यात्रायें होती हैं।
यदि पूरा ललाट फड़के तो राज्य से सम्मान तथा नौकरी में प्रमोशन होता है।
यदि दोनों भौंह के बीच का स्थान फड़के तो प्रेम मिलता है।
दोनों भौहें फड़कें तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
दाहिनी आंख का मध्य भाग फड़के तो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर धन अर्जित कर लेता है।
दाहिनी आंख चारो तरफ से फड़के तो व्यक्ति के रागी होने की संभावना रहती है।
बाँयीं आखां का फड़कना स्त्री से दुख का, वियोग का लक्षण है।
बांयी आंख चारो ओर से फड़कने लगे तो विवाह के योग बनते हैं।
किसी व्यक्ति की नाक फड़फड़ाती हो तो उसके व्यवसाय में बढ़ोत्तरी हातेी है।
नाक की नाकें फड़फडा़ ती हो तो किसी आने वाले सकंट की सचूना दतेी है अथवा व्यक्ति शीघ्र ही रोगी होकर शैय्या पकड़ लेता है।
किसी व्यक्ति के नाक के नथुने के अंदर फड़फड़ाहट महसूस हो तो उसे सुख मिलता है।
यदि नाक की जड़ फड़के तो लडा़ई झगड़ा होने की संभावना रहती है।
यदि दाहिने कान का छेद फड़फडा़ ता है तो मित्र से मुलाकात होती है।
यदि दाहिना कान फड़फड़ाता है तो पद बढ़े, अच्छे समाचार की प्राप्ति हो, विजय मिले।
यदि बांये कान का पिछला भाग फडक़ ता है तो मित्र से बुलावा आता ह अथवा कोई खुश खबरी भरा पत्र मिलता है।
यदि बांया कान बजे तो बुरी खबर सुनने को मिलती है।
किसी स्वस्थ व्यक्ति का दाहिना गाल फड़के तो उसे लाभ होता है। सुंदर स्त्री से लाभ मिलता है।
किसी व्यक्ति के संतान उत्पन्न होने वाली हो और उसके बायें गाल के मध्य में फड़फड़ाहट हो तो उसके घर कन्या का जन्म होता है और जन्म होने की संभावना न हो तो पुत्री से कोई शुभ समाचार मिलता है।
किसी व्यक्ति के दोनो आरे के गाल समान रूप से फडफ़ डाएं तो उसे अतलु धन की प्राप्ति होती है।
किसी व्यक्ति का ऊपरी होठ फडफ़ डायें तो शत्रुओं से हो रहे झगडे़ में समझौता हो जाता है।
दोनों होठ फडफडा़ यें तो कहीं से सुखद समाचार मिलता है।
मुंह का फड़फड़ाना पुत्र की ओर से किसी शुभ समाचार को सुनवाता है।
यदि पूरा मुंह फड़के तो व्यक्ति की मनोकामनापूर्ण होती है।
किसी व्यक्ति की ठाडेी़ में फडफ़डा़हट का अनुभव हो तो मित्र के आगमन की सूचना देता है।
यदि तालु फड़के तो धन की प्राप्ति होती है।
यदि बांया तालु फड़के तो व्यक्ति को जेल यात्रा करनी पड़ सकती है।
यदि दांत का ऊपरी भाग फडफ़ ड़ाहट करता है तो व्यक्ति को प्रसन्नता प्राप्त होती है।
यदि जीभ फड़के तो लड़ाई झगड़ा होता है, विजय मिलती है।
यदि किसी व्यक्ति की गर्दन बांयी तरफ से फड़कती हो तो धन हानि होने की आशंका तथा गर्दन दांयी तरफ से फडके तो स्वर्ण आभूषणों की प्राप्ति होती है।
जब किसी व्यक्ति का दाहिना कंधा फड़फड़ाहट करता है तो उसे धन संपदा मिलती है। भाई से मिलन हातो है तथा बायां कधां फड़फड़ाता है तो व्यक्ति बीमार पड़ता है, नाना प्रकार की चिंता सताती है।
बाजू फडफ़डा़ ती है तो धन और यश की प्राप्ति होती है तथा बांई ओर की बाहं फड़फड़ाए तो नष्ट अथवा खोई हुई वस्तु की प्राप्ति हो जाती है।
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ का अंगूठा फड़फड़ाये तो उसकी अभिलाषा पूर्ति में विलबं होता है और हाथ की अंगुलियां फडफ़ डा़ यें तो अभिलाषा की पूर्ति के साथ-साथ किसी मित्र से मिलन होता है।
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ की कोहनी फड़फड़ाती है, तो किसी से झगडा़ तो होता है परतुं विजय उसे ही मिलती है आरै बायें हाथ की काहे नी फड़फडा़ यें तो धन की प्राप्ति होती है।
किसी व्यक्ति के हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट हो तो ये शुभ शकुन है। उसे आने वाले समय में शुभ सपंदा की प्राप्ति होती है।
हथेली के किसी काने में फडफ़डा़हट हो तो निकट भविष्य में व्यक्ति किसी विपदा में फंस जाता है।
बायें हाथ की हथलेी में फड़फड़ाहट हो और वह व्यक्ति रोगी हो तो उसे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ हो जाता है।
जहां कमर की दाहिनी ओर की फड़फड़ाहट किसी विपदा का संकेत देती है, वहीं बांई आरे की फड़फड़ाहट किसी शुभ समावार का संकेत देती है।
छाती में फड़फडाहट होना मित्र से मिलने की सूचना, छाती के दाहिनी आरे फडफ़ डा़ हट हो तो विपदा का संकेत, बांयी ओर फड़फड़ाहट हो तो जीवन में सघंर्ष और मध्य में फडफ़ डाहट हो तो लाके प्रियता मिलती है।
अंगों के फड़कने के विषय में सामुद्रिक शास्त्र में विस्तार से बताया गया है। विभिन्न अंगों के अलग-अलग हिस्से फड़कने पर क्या शुभाशुभ फल प्राप्त होते हैं, इसका विवरण पढ़िए इस लेख में
संपूर्ण मस्तक का फड़कना दूर स्थान की यात्रा का संकेत समझना चाहिए तथा मार्ग में परशोनियां भी आती है।
सिर का मध्य भाग फड़के तो धन की पा्रप्ति होती है तथा परेशानियों से मुक्ति मिलती है।
यदि ललाट मध्य से फडक़ ने लगे तो लाभदायक यात्रायें होती हैं।
यदि पूरा ललाट फड़के तो राज्य से सम्मान तथा नौकरी में प्रमोशन होता है।
यदि दोनों भौंह के बीच का स्थान फड़के तो प्रेम मिलता है।
दोनों भौहें फड़कें तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
दाहिनी आंख का मध्य भाग फड़के तो व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर धन अर्जित कर लेता है।
दाहिनी आंख चारो तरफ से फड़के तो व्यक्ति के रागी होने की संभावना रहती है।
बाँयीं आखां का फड़कना स्त्री से दुख का, वियोग का लक्षण है।
बांयी आंख चारो ओर से फड़कने लगे तो विवाह के योग बनते हैं।
किसी व्यक्ति की नाक फड़फड़ाती हो तो उसके व्यवसाय में बढ़ोत्तरी हातेी है।
नाक की नाकें फड़फडा़ ती हो तो किसी आने वाले सकंट की सचूना दतेी है अथवा व्यक्ति शीघ्र ही रोगी होकर शैय्या पकड़ लेता है।
किसी व्यक्ति के नाक के नथुने के अंदर फड़फड़ाहट महसूस हो तो उसे सुख मिलता है।
यदि नाक की जड़ फड़के तो लडा़ई झगड़ा होने की संभावना रहती है।
यदि दाहिने कान का छेद फड़फडा़ ता है तो मित्र से मुलाकात होती है।
यदि दाहिना कान फड़फड़ाता है तो पद बढ़े, अच्छे समाचार की प्राप्ति हो, विजय मिले।
यदि बांये कान का पिछला भाग फडक़ ता है तो मित्र से बुलावा आता ह अथवा कोई खुश खबरी भरा पत्र मिलता है।
यदि बांया कान बजे तो बुरी खबर सुनने को मिलती है।
किसी स्वस्थ व्यक्ति का दाहिना गाल फड़के तो उसे लाभ होता है। सुंदर स्त्री से लाभ मिलता है।
किसी व्यक्ति के संतान उत्पन्न होने वाली हो और उसके बायें गाल के मध्य में फड़फड़ाहट हो तो उसके घर कन्या का जन्म होता है और जन्म होने की संभावना न हो तो पुत्री से कोई शुभ समाचार मिलता है।
किसी व्यक्ति के दोनो आरे के गाल समान रूप से फडफ़ डाएं तो उसे अतलु धन की प्राप्ति होती है।
किसी व्यक्ति का ऊपरी होठ फडफ़ डायें तो शत्रुओं से हो रहे झगडे़ में समझौता हो जाता है।
दोनों होठ फडफडा़ यें तो कहीं से सुखद समाचार मिलता है।
मुंह का फड़फड़ाना पुत्र की ओर से किसी शुभ समाचार को सुनवाता है।
यदि पूरा मुंह फड़के तो व्यक्ति की मनोकामनापूर्ण होती है।
किसी व्यक्ति की ठाडेी़ में फडफ़डा़हट का अनुभव हो तो मित्र के आगमन की सूचना देता है।
यदि तालु फड़के तो धन की प्राप्ति होती है।
यदि बांया तालु फड़के तो व्यक्ति को जेल यात्रा करनी पड़ सकती है।
यदि दांत का ऊपरी भाग फडफ़ ड़ाहट करता है तो व्यक्ति को प्रसन्नता प्राप्त होती है।
यदि जीभ फड़के तो लड़ाई झगड़ा होता है, विजय मिलती है।
यदि किसी व्यक्ति की गर्दन बांयी तरफ से फड़कती हो तो धन हानि होने की आशंका तथा गर्दन दांयी तरफ से फडके तो स्वर्ण आभूषणों की प्राप्ति होती है।
जब किसी व्यक्ति का दाहिना कंधा फड़फड़ाहट करता है तो उसे धन संपदा मिलती है। भाई से मिलन हातो है तथा बायां कधां फड़फड़ाता है तो व्यक्ति बीमार पड़ता है, नाना प्रकार की चिंता सताती है।
बाजू फडफ़डा़ ती है तो धन और यश की प्राप्ति होती है तथा बांई ओर की बाहं फड़फड़ाए तो नष्ट अथवा खोई हुई वस्तु की प्राप्ति हो जाती है।
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ का अंगूठा फड़फड़ाये तो उसकी अभिलाषा पूर्ति में विलबं होता है और हाथ की अंगुलियां फडफ़ डा़ यें तो अभिलाषा की पूर्ति के साथ-साथ किसी मित्र से मिलन होता है।
किसी व्यक्ति के दाहिने हाथ की कोहनी फड़फड़ाती है, तो किसी से झगडा़ तो होता है परतुं विजय उसे ही मिलती है आरै बायें हाथ की काहे नी फड़फडा़ यें तो धन की प्राप्ति होती है।
किसी व्यक्ति के हाथ की हथेली में फड़फड़ाहट हो तो ये शुभ शकुन है। उसे आने वाले समय में शुभ सपंदा की प्राप्ति होती है।
हथेली के किसी काने में फडफ़डा़हट हो तो निकट भविष्य में व्यक्ति किसी विपदा में फंस जाता है।
बायें हाथ की हथलेी में फड़फड़ाहट हो और वह व्यक्ति रोगी हो तो उसे शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ हो जाता है।
जहां कमर की दाहिनी ओर की फड़फड़ाहट किसी विपदा का संकेत देती है, वहीं बांई आरे की फड़फड़ाहट किसी शुभ समावार का संकेत देती है।
छाती में फड़फडाहट होना मित्र से मिलने की सूचना, छाती के दाहिनी आरे फडफ़ डा़ हट हो तो विपदा का संकेत, बांयी ओर फड़फड़ाहट हो तो जीवन में सघंर्ष और मध्य में फडफ़ डाहट हो तो लाके प्रियता मिलती है।