Siddh Achuk Chamatkari Totke Aur Upay
मनोकामना पूर्ण करने का अचूक टोटका हैं गुड़ (Jaggery Ke Totke)
उपाय और टोटकों से जीवन के संकट दूर किए जा सकते हैं। हालांकि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता फिर भी समाज में यह प्राचीनकाल से प्रचलित हैं और मान्यता अनुसार यह अनुभव पर आधारित हैं।
ऐसे उपाय या टोटके सही होते हैं जिसने किसी दूसरा का कोई नुकसान न होता हो, बल्की आपका फायदा होता हो। जिन टोटके या उपाय किसी के अहित के लिए किए जाते हों उन्हें वर्जित माना जाता है इसका परिणाम भी व्यक्ति को बाद में भुगतना होता है। हम यहां बता रहे हैं ऐसे उपाय जो ज्योतिष शास्त्र और लाल किताब के विशेषज्ञों द्वारा मान्य और सात्विक हैं। जो आओ इस बार जानते हैं गुड़ के अचूक उपाय…
दुर्घटना से बचाव हेतु : यदि आपके मन में किसी दुर्घटना या सर्जरी का भय हो तो तांबें के बर्तन में गुड़ रखकर हनुमानजी के मंदिर में दान देने के बाद वहीं बैठकर धूप-दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा कुछ मंगलवार और शनिवार को करें। फिर जब भी समय मिले तो श्रद्धा अनुसार करते रहें। इसे आपके जीवन में इस तरह का संकट कभी नहीं आएगा।
* यदि सूर्य नीच का हो तो : जिस व्यक्ति का सूर्य नीच का (खासकर षष्टम, सप्तम और अष्टम भाव में) होगा उसके मुंह से सदैव लार बहती रहेगी एवं शरीर के अंग बेकार हो जाएंगे या लकवा मार जायेगा। इस स्थिति में गुड़ खाकर जल पीकर कार्य प्रारंभ करें। बहते पानी में गुड़ बहायें। 800 ग्राम गेंहू उवं 800 ग्राम गुड़ रविवार से 8 दिन तक मंदिर में भेंट करे। सूर्य द्वादश भाव में हो तो बंदरों को गुड़ खिलाएं।
स्थाई संपत्ति हेतु : यदि लाख प्रयत्न करने के बाद भी आपका कोई मकान नहीं बन पा रहा है या बनने के बाद बिकने की नौबत आ जाती हो तो यह तीन टोटके आजमाएं। प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं, दूसरा किसी रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। तीसरा शनिवार के दिन शनि मंदिर में छाया दान करें। ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी।
मनोकामना पूर्ण करने हेतु : 7 गुड़ की डलियों के साथ, एक रुपए का सिक्का और हल्दी की 7 साबुत गाठें पीले कपड़े में वीरवार को बांधकर रेलवे लाईन के पार फेंक दें। फेंकते समय अपनी कामना बोलें। ऐसा करने से मनोकामना पूर्ण होगी।
कर्ज मुक्ति हेतु : कहा जाता है कि भोजन में गुड़ का प्रयोग करने से लाभ मिलता है। थोड़ा थोड़ा गुड़ खाते रहने से धन की आवक बढ़ती है। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। तत्काल लाभ प्राप्त होगा।
भाई-बहन से समझौता : बहन या भाईयों से कोई समस्या हो तो सवा किलो गुड़ जमीन में दबाने से समझौता होता है,
सा मंगलवार को करें। हलांकि यह उपाय किसी लाल किताब के विशेषज्ञ से पूछकर ही करें, क्योंकि कुंडली में मंगल और सूर्य की स्थिति देखी जाती है।
मनोकामना पूर्ण करने का अचूक उपाय : यह उपाय किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के मंगलवार से (चतुर्थी, नवमी व चतुर्दशी तिथि छोड़कर) शुरू कर सकते हैं। उपाय के दौरान क्षौर कर्म (दाढ़ी बनवाना, नाखून काटना आदि) वर्जित। यह उपाय करने के लिए अब हनुमानजी के किसी ऐसे मंदिर का चयन करें जहां अधिक भीड़ न आती हो और जो एकांत में हो।
उपाय प्रारंभ के पूर्व सवा पाव अच्छा गुड़, थोड़े से भूने चने और सवा पाव गाय के शुद्ध घी का प्रबंध कर लें। गुड़ के छोटे-छोटे 21 टुकड़े कर लें। साफ रूई लेकर इसकी 22 फूल बत्तियां बनाकर घी में भिगो दें। इन सभी वस्तुओं को अलग-अलग साफ बर्तनों में लेकर किसी स्वच्छ स्थान पर रख दें। साथ ही माचिस और एक छोटा बर्तन जिसमें रोज ये वस्तुएं आसानी से लेजाई जा सकें भी रख दें।
इसके बाद एक साफ बर्तन में एक गुड़ की डली, 11 चने, एक घी की बत्ती और माचिस लेकर साफ कपड़े से इस ढंक लें। मंदिर पहुंचने के बाद 11 चने और एक गुड़ की डली हनुमानजी के सामने रखकर साष्टांग प्रणाम कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए मन ही मन श्रद्धा व विश्वास से प्रार्थना करें फिर श्रीहनुमान चालीसा का पाठ करें।
अब घर पहुंचने के बाद यह पूरी सामग्री उचित स्थान रख दें। रात में सोने से पहले 11 बार श्रीहनुमान चालीसा का पाठ करें व अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए प्रार्थना करें। यह प्रक्रिया लगातार 21 दिन तक करें।
22वें दिन मंगलवार को सुबह स्नान आदि करने के बाद सवा किलो आटे का एक रोट बनाकर गाय के गोबर से बने उपले में इसे पका लें। अब इसमें आवश्यकतानुसार गाय का शुद्ध घी और गुड़ मिलाकर उसका चूरमा बना लें। 21 डलियों के बाद जो गुड़ बचा हो उसे भी चूरमे में मिला दें।
इस चूरमे को थाली में रखकर बचे हुए सारे चने व 22वीं अंतिम बत्ती लेकर मंदिर जाएं। फिर हनुमानजी की मूर्ति के सामने बत्ती जलाकर चने एवं चूरमे का भोग लगाएं। अब एक छोटे से बर्तन में थोड़ा से चूरमा लेकर हनुमानजी के सामने रख दें और शेष अपने साथ ले आएं। अब दोनों वक्त इस चुरमें को ही भोजन के रूप में प्रयोग करें। अन्य तरह का भोजन ग्रहण न करें। यदि चूरमा बच जाए या ज्यादा हो तो उसे प्रसाद के रूप में बांट दें। यह उपाय विधि पूर्वक मौन धारण करके करना चाहिए। मंदिर आते जाते समय मौन रहें। आगे पीछे न देखें और न ही किसी से मंदिर या रास्ते में वार्तालाप करें अन्यथा यह उपाय भंग हो जाएगा। इस उपाय को करने के बाद श्रीहनुमानजी की कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होने के योग बनने लगेंगे।
नौकरी प्राप्त करने हेतु : साक्षात्कार देने जाते समय या घर से बाहर नौकरी की तलाश में निकलते समय रास्ते में किसी गाय को आटा और गुड़ खिलाकर जाएंगे तो सफलता मिलेगी।
शीघ्र विवाह हेतु : जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोड़ी हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए। तथा इसके साथ ही थोड़ा सा गुड़ व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है।
नींद के लिए : नींद नहीं आती है तो शयनकक्ष में दो किलो सफेद गुड़ लाल कपड़े में बांधकर रखें।
मनोकामना पूर्ण करने का अचूक उपाय : यह उपाय किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के मंगलवार से (चतुर्थी, नवमी व चतुर्दशी तिथि छोड़कर) शुरू कर सकते हैं। उपाय के दौरान क्षौर कर्म (दाढ़ी बनवाना, नाखून काटना आदि) वर्जित। यह उपाय करने के लिए अब हनुमानजी के किसी ऐसे मंदिर का चयन करें जहां अधिक भीड़ न आती हो और जो एकांत में हो।
उपाय प्रारंभ के पूर्व सवा पाव अच्छा गुड़, थोड़े से भूने चने और सवा पाव गाय के शुद्ध घी का प्रबंध कर लें। गुड़ के छोटे-छोटे 21 टुकड़े कर लें। साफ रूई लेकर इसकी 22 फूल बत्तियां बनाकर घी में भिगो दें। इन सभी वस्तुओं को अलग-अलग साफ बर्तनों में लेकर किसी स्वच्छ स्थान पर रख दें। साथ ही माचिस और एक छोटा बर्तन जिसमें रोज ये वस्तुएं आसानी से लेजाई जा सकें भी रख दें।
इसके बाद एक साफ बर्तन में एक गुड़ की डली, 11 चने, एक घी की बत्ती और माचिस लेकर साफ कपड़े से इस ढंक लें। मंदिर पहुंचने के बाद 11 चने और एक गुड़ की डली हनुमानजी के सामने रखकर साष्टांग प्रणाम कर अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए मन ही मन श्रद्धा व विश्वास से प्रार्थना करें फिर श्रीहनुमान चालीसा का पाठ करें।
अब घर पहुंचने के बाद यह पूरी सामग्री उचित स्थान रख दें। रात में सोने से पहले 11 बार श्रीहनुमान चालीसा का पाठ करें व अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए प्रार्थना करें। यह प्रक्रिया लगातार 21 दिन तक करें।
22वें दिन मंगलवार को सुबह स्नान आदि करने के बाद सवा किलो आटे का एक रोट बनाकर गाय के गोबर से बने उपले में इसे पका लें। अब इसमें आवश्यकतानुसार गाय का शुद्ध घी और गुड़ मिलाकर उसका चूरमा बना लें। 21 डलियों के बाद जो गुड़ बचा हो उसे भी चूरमे में मिला दें।
इस चूरमे को थाली में रखकर बचे हुए सारे चने व 22वीं अंतिम बत्ती लेकर मंदिर जाएं। फिर हनुमानजी की मूर्ति के सामने बत्ती जलाकर चने एवं चूरमे का भोग लगाएं। अब एक छोटे से बर्तन में थोड़ा से चूरमा लेकर हनुमानजी के सामने रख दें और शेष अपने साथ ले आएं। अब दोनों वक्त इस चुरमें को ही भोजन के रूप में प्रयोग करें। अन्य तरह का भोजन ग्रहण न करें। यदि चूरमा बच जाए या ज्यादा हो तो उसे प्रसाद के रूप में बांट दें। यह उपाय विधि पूर्वक मौन धारण करके करना चाहिए। मंदिर आते जाते समय मौन रहें। आगे पीछे न देखें और न ही किसी से मंदिर या रास्ते में वार्तालाप करें अन्यथा यह उपाय भंग हो जाएगा। इस उपाय को करने के बाद श्रीहनुमानजी की कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होने के योग बनने लगेंगे।
नौकरी प्राप्त करने हेतु : साक्षात्कार देने जाते समय या घर से बाहर नौकरी की तलाश में निकलते समय रास्ते में किसी गाय को आटा और गुड़ खिलाकर जाएंगे तो सफलता मिलेगी।
शीघ्र विवाह हेतु : जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोड़ी हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए। तथा इसके साथ ही थोड़ा सा गुड़ व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है।
नींद के लिए : नींद नहीं आती है तो शयनकक्ष में दो किलो सफेद गुड़ लाल कपड़े में बांधकर रखें।
कुछ अनुभूत सरल उपाय जो लायेंगे आपके जीवन में सुख और शांति...
ज़िंदगी की गाड़ी सही ट्रैक पर हो और अपनी सही रफ़्तार से चलती भी रहे, यह तो हर कोई चाहता है। इसके लिए वह व्यक्ति हर संभव प्रयास करता है, उसकी दिनचर्या सही हो, उसके द्वारा किए गए सभी कार्य फलित हों। बस यही उसकी इच्छा रहती है, लेकिन हमेशा ही अपेक्षाओं के आधार पर परिणाम मिलें, ऐसा जरूरी नहीं होता। इस संसार में सुख और शांति ऐसी वस्तु है जिनको निश्चित ही प्रत्येक मनुष्य प्राप्त करना चाहता है और इस हेतु वह कुछ भी देने के लिए तैयार हो जाता है। परंतु मन की पूर्ण शांति उसे फिर भी प्राप्त नहीं होती है। यहां पर कुछ अनुभूत सरल उपाय दिए जा रहे है जिनके द्वारा आप आसानी से सुख और शांति के प्राप्त कर सकते है।
* कन्या के सुखी विवाहिक जीवन के लिए विवाह के पश्चात् जब कन्या की विदाई होने वाली हो तो किसी पीले रंग के धातु के लोटे में गंगाजल लेकर, उसमें थोडी सी पिसी हल्दी मिलाएं फिर एक तांबे का सिक्का उस लोटे में डालकर कन्या के ऊपर से 7 बार उतार कर उसके आगे गिरा दें, कन्या का विवाहिक जीवन सुखमय रहेगा।
* जिस स्थान पर होली जलाई जाती रही हो, वहां पर होली जलने से एक दिन पहले की रात्री में एक मटकी में गाय का घी, तिल का तेल, गेहूं और ज्वार तथा एक ताम्बे का पैसा रखकर मटकी का मुंह बंद करके गाड़ आएं। रात्रि में जब होली जल जाए, तब दूसरे दिन सुबह उसे उखाड़ लाएं। फिर इन सब वस्तुओं को पोटली में बांधकर जिस वस्तु में रख दिया जाएगा, वह वस्तु व्यय करने पर भी उसमें निरंतर वृद्धि होती रहेगी, और आपके भंडार भरे हुए रहेंगे।
* कन्या के सुखी विवाहिक जीवन के लिए विवाह के पश्चात् जब कन्या की विदाई होने वाली हो तो किसी पीले रंग के धातु के लोटे में गंगाजल लेकर, उसमें थोडी सी पिसी हल्दी मिलाएं फिर एक तांबे का सिक्का उस लोटे में डालकर कन्या के ऊपर से 7 बार उतार कर उसके आगे गिरा दें, कन्या का विवाहिक जीवन सुखमय रहेगा।
* जिस स्थान पर होली जलाई जाती रही हो, वहां पर होली जलने से एक दिन पहले की रात्री में एक मटकी में गाय का घी, तिल का तेल, गेहूं और ज्वार तथा एक ताम्बे का पैसा रखकर मटकी का मुंह बंद करके गाड़ आएं। रात्रि में जब होली जल जाए, तब दूसरे दिन सुबह उसे उखाड़ लाएं। फिर इन सब वस्तुओं को पोटली में बांधकर जिस वस्तु में रख दिया जाएगा, वह वस्तु व्यय करने पर भी उसमें निरंतर वृद्धि होती रहेगी, और आपके भंडार भरे हुए रहेंगे।
* रोज प्रातः स्नानादि से निवृत होकर एक ताॅबे के पात्र मे ताजा जल लें। उसमे 7 तुलसी के पत्ते डालकर भगवान् विष्णु की मूर्ति या तस्वीर के सम्मुख रखें और 11 बार ओम् नमो भगवते वासुदेवाय का मंत्र पढे फिर वह जल पत्ते सहित पुरे परिवार को पीने के लिए देवें।
* सफाई के साथ-साथ आप स्वयं घर के वातावरण को और सुखद बना सकते हैं। इसके लिए सुबह समय से उठकर घर की सफाई करें और बाद में स्नान कर पूजा के बाद घर में भीनी खुशबू वाली अगरबत्तियां जला दें। ध्यान रहे कि इन अगरबत्तियों की सुगंध हल्की होनी चाहिए।
* यदि कोई घड़ी रुक गई है तो उसे ठीक करवा लें, लेकिन यदि आप ठीक नहीं करवा रहे तो अच्छा होगा कि आप उसे घर से बाहर निकाल दें। बंद पड़ी घड़ी परिवार वालों के लिए बंद पड़ी किस्मत के समान काम करती है।
* रोज तीन रोटी अलग से रखे, एक गाय के लिए, एक कूत्ते के लिए तथा एक के छोटे-छोटे दानें बनाकर चिडियों को या कौओं को डालें।
* सफाई के साथ-साथ आप स्वयं घर के वातावरण को और सुखद बना सकते हैं। इसके लिए सुबह समय से उठकर घर की सफाई करें और बाद में स्नान कर पूजा के बाद घर में भीनी खुशबू वाली अगरबत्तियां जला दें। ध्यान रहे कि इन अगरबत्तियों की सुगंध हल्की होनी चाहिए।
* यदि कोई घड़ी रुक गई है तो उसे ठीक करवा लें, लेकिन यदि आप ठीक नहीं करवा रहे तो अच्छा होगा कि आप उसे घर से बाहर निकाल दें। बंद पड़ी घड़ी परिवार वालों के लिए बंद पड़ी किस्मत के समान काम करती है।
* रोज तीन रोटी अलग से रखे, एक गाय के लिए, एक कूत्ते के लिए तथा एक के छोटे-छोटे दानें बनाकर चिडियों को या कौओं को डालें।
मुकदमा जीतने के टोटके मंत्र
मुकदमा में विजय का उपाय/मंत्र, कोर्ट केस जीतने के उपाय, मुकदमा जीतने का मंत्र- दुनिया में शायद ही कोई ऐसा मनुष्य होगा जिसे कोर्ट-कचहरी के मामलों में पड़ना रास आता हो| परंतु, मुसीबत पूछकर नहीं आती| अनचाहे-अनजाने में कई बार दूसरों की जमीन पर नज़रें गड़ा बैठने वाले लोगों के वजह से, कभी पारिवारिक अनबन की वजह से तो कभी जानकारी के अभाव में लोग कोर्ट केस में फंस जाते हैं| एक बार किसी मामले में कोर्ट का चक्कर लग जाए, फिर तो तारीख दर तारीख इंसान उसके साथ घिसटता चला जाता है| अपने देश में न्याय प्रणाली भी कुछ इस तरह से काम करती है कि छोटे से मामले में भी फैसला आने में वर्षो लग जाते हैं| ज्योतिष शास्त्र में ऐसी समस्याओं के लिए समाधान की चर्चा भी की गई है| इसके अंतर्गत कुछ छोटे-छोटे उपाय भी किए जा सकते हैं जिसे हम समान्यतः टोटका कहते हैं, इसके अलावा इस समस्या से निजात के लिए कुछ विशेष मंत्र तथा यंत्र भी हैं| पीड़ित व्यक्ति अपनी रुचि तथा सुविधा से इनमे से कोई उपाय चुन सकता है|
मुकदमा में विजय प्राप्ति के लिए उपाय
यदि आप भी ऐसे ही किसी मामले के तहत कोर्ट के चक्कर में फंस चुके हैं तो ज्योतिष शास्त्र में वर्णित निम्नलिखित टोटकों की मदद से जल्द निकल सकते हैं –
- सुनवाई के लिए जाते समय अपने साथ मुट्ठी भर चावल लेकर जाएँ और उन्हें कचहरी में कहीं फेंक दें, जिस कक्ष में सुनवाई हो रही हो, वहाँ चावल फेंका जाए तो और भी अच्छा है| ध्यान रखें ऐसा करते समय कोई देखे नहीं|
- सूर्योदय से पहले काले चावल के 11 दाने लेकर उसे बीज मंत्र ‘क्रीं’ का 21 बार जाप करें तथा उसे दक्षिण दिशा में फेंक दें|
- मुट्ठी भर तिल में शहद मिलाकर रख लें तथा उसे किसी उजाड़ स्थान पर रख आए, ध्यान रखें पीछे मुड़कर नहीं देखना है|
- कचहरी जाते समय काली मिर्च के तीन साबुत दानो को शक्कर के साथ मिलकर मुंह में रख लें|
- किसी सफ़ेद रुमाल में थोड़ा सा कोयला बांधकर रख लें और उसे किसी सुनसान स्थान पर रख आएँ| घर वापस आकार हाथ पैर धो लें| यह कार्य मास में एक दिन 6 महीने तक लगातार करना चाहिए|
- सातमुखी पंचमुखी अथवा अथवा ग्यारहमुखी रुद्राक्ष धारण करें|
- कचहरी जाते समय पाँच गोमती चक्र जेब में रख लें|
- शुक्ल पक्ष के मंगलवार को हनुमान मंदिर में पीतल की घंटी चढ़ाएँ तथा प्रार्थना करें|
- यदि आपका धैर्य जवाब दे गया हो, गवाह के मुकरने की आशंका हो अथवा अपने वकील की योगिता संदिग्ध लगे तो कचहरी जाते समय अपने साथ हत्था जोड़ी लेकर जाए|
- मुकदमे में सफलता प्राप्त करने के लिए अपने केस की पैरवी कर रहे वकील को कलम उपहार में दें
- कचहरी जाते समय लाल कनेर के फूल को पीसकर उससे तिलक लगाएँ
- नीबू के चारो कोनो पर चार लौंग गाड़ दें, अपने इष्ट देव से मुकदमे में सफलता हेतु प्रार्थना करें| तथा उस नीबू को कचहरी जाते समय अपने साथ रखें|
- लाल तिकोना मूंगा सोने अथवा तांबे में अंगुठी बनवाकर अपनी सबसे छोटी उंगली में पहनें|
- अपने केस से जुड़े कागजात घर के मंदिर में ही रखें|
- पहली बार कचहरी से लौटते समय किसी मजार पर लाल गुलाब अर्पित करते हुए मन ही मन केस में सफलता दिलाने की प्रार्थना करें|
- कचहरी जाते समय गहरे रंग की पोशाक पहने|
- किसी मंदिर में 11 हकीक के पत्थर चढ़ाएँ तथा प्रार्थना करें|
- भोजपत्र पर जिस व्यक्ति से मुकदमा लड़ रहे हों उसका नाम रक्त चन्दन से लिखें और शहद की शीशी में डूबाकर रख दें| इस टोटके से शत्रु का हृदय परिवर्तन हो जाता है|
- घर के पूजा स्थल में सिद्धि विनायक पिरामिड स्थापित करें व प्रत्येक बुधवार को ‘गण गणपतये नमो नमः’ मंत्र का नियमित रूप से जाप करें| कचहरी जाते समय पिरामिड को लाल कपड़े में लपेटकर अपने साथ रखे|
- यदि पराजय की संभावना निश्चित प्रतीत हो रही हो तो अपने वजन के बराबर कोयला बहते हुए पानी में बहाकर, ईश्वर से पिछले जन्म के पापपूर्ण कर्मो के लिए क्षमा प्रार्थना करें|
- दो दुकानों से 43-43 फल खरीदें तथा कुंवारी कन्याओं में बराबर-बराबर बाँट दें|
- जंग लगा चाकू जल में प्रवाहित करें|
- पाव भर मसूर की दाल रात को सोते समय अपने सिरहाने रखें, सुबह उसे जमादार को दे दें|
मुकदमा जीतने के लिए मंत्र तथा पाठ
- यदि आपका मुकदमा लंबे समय से अटका हुआ हो, तो गणेश जी के निम्नलिखित मंत्र का जाप 21 दिनों तक करें – “ॐ गं गणपतये नम:’ मंत्र जाप से पूर्व 21 दूब चढ़ाकर पंचोपचार विधि से पूजन करें| आसन लाल रंग का उपयोग करें| मुकदमे में फैसला जल्द और आपके पक्ष में होगा|
- निरंतर छह महीनों तक संकटमोचन गणेश स्तोत्र का नित्य तीन बार पाठ करें| पुनः छह माह के उपरांत यह स्तोत्र लिखकर आठ ब्रांहनों को दान करें| मुकदमे आ रही सभी बिघ्न बाधाएँ दूर हो जाएंगी|
- “दीनदयाल बिरदु संभारी, हरहू नाथ मम संकट भारी” तुलसीदास द्वारा रचित रामायण के सुंदरकांड का यह दोहा चमत्कारी है| 108 बार निरंतर 3 माह तक इसके पाठ से मुकदमे में अवश्य सफलता मिलती है|
- मंगलवार के दिन हनुमान जी के सम्मुख घी का दीया लगाकर उन्हें गुड चने का भोग लगाए तथा सौ बार हनुमान चालीसा का पाठ करें| ऐसा निरंतर सात मंगलवार तक करने से लंबे समय से अटका मुकदमा समाप्त हो जाता है|
- त्रियोदशी के पुनर्वसु नक्षत्र में सुरही के चर्म निर्मित आश्रम पर किसी नदी तट पर निम्नलिखित मंत्र का जाप प्रारम्भ करें
: ॐ क्रां क्रां क्रां धूम्रसारी बदाक्षं विजयति जयति ओं स्वाहा।
एक मास तक निरंतर जाप करने से यह मंत्र सिद्ध हो जाता है। सुनवाई के दिन इस मंत्र को सात बार पढ़कर कचहरी जाएँ| मुकदमे में जीत निश्चित है|
मुकदमे में विजय हेतु यंत्र
नीचे दिये गए यंत्र को ताम्र अथवा चांदी में बनवाकर पूजा स्थल में रखें तथा पूजा करते समय धूप दीप दिखाए तथा नियमित रूप से नीचे लिखे मंत्र का जाप करें|
हे चक्रधर !
हे चक्रपाणि !!
हे चक्रायुधधारी !!
हे चक्रपाणि !!
हे चक्रायुधधारी !!
नाम से वशीकरण कैसे करे वश में करने के टोटके हिंदी में
नमस्कार दोस्तों आज हम आपको नाम से वशीकरण करने का तरीका बताएँगे इस आसन टोटके के इस्तमाल से आप किसी को भी वश में कर सकते हो जिससे आप प्यार करते हो और अपनी प्रेमिका को पत्नी को मनाने के लिए इस्तमाल कर सकते हो|
नाम से वशीकरण कैसे करे
अगर आपका पति किसी गैर औरत के साथ या फिर अपनी पत्नी किसी और को प्यार कर रही हो आपके तरफ ध्यान नहीं दे रही है तो आप इसका इस्तमाल कर सकते हो|
हमारे फोटो से वशीकरण करने के टोटके में हमने आपको किसी और को फोटो के इस्तमाल से आप वश में कर सकती/सकते हो|
तो आज हम आपको कुछ ऐसे मंत्र और टोटके बताने वाले जिसको आप किसी रूठे हुए को मनाने के लिए इस्तमाल कर सकते हो|
नाम से वशीकरण करने के टोटके :
अपने प्यार को पाने के लिए उपाय करने के लिए आपको कुछ बातो का ख्याल रखना है इस नाम से वशीकरण के टोटके में आपको सिर्फ किसी का अच्छा करने के लिए ही इस्तमाल करना चाहिए|
नाम से वशीकरण करने का मंत्र :
नाम से वशीकरण करने के लिए आपको निचे दिए हुए मंत्र का जप करना है|
“ओम हारीम कुरूम पिसचिनी ( जिसका वशीकरण करना है उस व्यक्ति का नाम लें) मं वशियम भवन्ति “
नाम से वशीकरण करने का मंत्र का जप कैसे करे जानकारी हिंदी में :
- ऊपर दिए हुए वशीकरण मंत्र का इस्तमाल आप किसी को वश में करने के लिए इस्तमाल कर सकते हो|
- इस मंत्र का प्रयोग आपको लगातार ५ शुक्रवार जाप करना है|
- मंत्र का जाप करने के बाद एक सफ़ेद कागज़ लेकर इस कागज़ के ऊपर अपने प्रियजन का नाम लेकर इस कागद में मोर की कलगी रखकर कागज़ में लपेट ले इसके बाद आपको ऊपर दिए हुए मंत्र का जाप करना है|
- अब इसको घर के किसी गुप्त जगह पर रखना है ध्यान रहे की यह सिर्फ आपको ही पता हो|
- ७ दिनों बाद इस को निकालकर एक शांत जगह पर इसके ऊपर देसी घी डालकर इसको जला दे|
इस सरल प्रयोग से आप अपने पति को पत्नी को प्रेमिका को दोस्त के नाम से वशीकरण कर सकते हो| इस क्रिया को करने के समय आपको अपने आप पर विश्वास और नकारात्मक विचार नहीं आने देना है|
नोट- ऊपर दी गयी जानकारी केवल आपके जानकारी के हेतु है, इसका प्रयोग किसी को नुकसान करने के लिए नहीं करना है|
ऊपर दी गयी हुई जानकारी अन्य ज्योतिष वेबसाइट से संकलित किया गया है | हमारा समाज के प्रति अंधश्रद्धा में बढ़ावा देना उद्देश नहीं है |
इन टोटको से भी पा सकतें है जीवन की समस्याहो से छुटकारा...
हम सभी के जीवन में कुछ न कुछ परेशानियां आती ही रहती है। इन परेशानियों का इलाज़ हमेशा सहज नहीं होता है इसके लिए कुछ टोटके अपनाने पड़ते है। अगर आप भी इसी तरह की समस्याओं से झूझ रहे है तो हमारे द्वारा दिए जा रहे ये तांत्रिक टोटके अपनाकर आप कुछ हद तक अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते है। जिस घर में जब कोई रोग आ जाता है तो उस रोगी के साथ साथ उस घर के सभी व्यक्ति भी मानसिक रूप से चिंता और आशांति का अनुभव करने लगते है, लेकिन कुछ छोटी छोटी बातो को ध्यान में रखकर हम हालात पर काबू पा सकते है , शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते है।
* बाजार से कपास के थोड़े से फूल खरीद लें। रविवार शाम 5 फूल, आधा गिलास पानी में साफ कर के भिगो दें। सोमवार को प्रात: उठ कर फूल को निकाल कर फेंक दें तथा बचे हुए पानी को पी जाएं। जिस पात्र में पानी पीएं, उसे कहीं पर भी उल्टा कर के रख दें। कुछ ही दिनों में आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ अनुभव करेंगे।
* अगर घर किसी छोटे बच्चे को नज़र लग जाने की वजह से तेज बुखार आया है या लगातार रो रहा है तो हाथ में चुटकी भर रक्षा लेकर बृहस्पतिवार को “ओम चैतन्य गोरखनाथ नमः” मंत्र का जाप 108 बार करे तथा उसे पुडिया में बंद कर काले रेशमी धागे से बच्चे के गले में बांध दे। इससे बच्चों को बुरी नज़र का खतरा कम हो जाता है।
* बाजार से कपास के थोड़े से फूल खरीद लें। रविवार शाम 5 फूल, आधा गिलास पानी में साफ कर के भिगो दें। सोमवार को प्रात: उठ कर फूल को निकाल कर फेंक दें तथा बचे हुए पानी को पी जाएं। जिस पात्र में पानी पीएं, उसे कहीं पर भी उल्टा कर के रख दें। कुछ ही दिनों में आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ अनुभव करेंगे।
* अगर घर किसी छोटे बच्चे को नज़र लग जाने की वजह से तेज बुखार आया है या लगातार रो रहा है तो हाथ में चुटकी भर रक्षा लेकर बृहस्पतिवार को “ओम चैतन्य गोरखनाथ नमः” मंत्र का जाप 108 बार करे तथा उसे पुडिया में बंद कर काले रेशमी धागे से बच्चे के गले में बांध दे। इससे बच्चों को बुरी नज़र का खतरा कम हो जाता है।
* हिन्दु धर्म शास्त्रो में महामृत्युञ्जय मंत्र को अत्यन्त शक्तिशाली माना गया है। किसी भी रोग में इसका जाप परम फलदायी कहा गया है इसे रोग निवारक या रोग मुक्ति मन्त्र भी कहते है । नित्य प्रात: स्नान के पश्चात सफ़ेद वस्त्र धारण करके ईशान या पूर्व दिशा की तरफ मुख करके रुद्राक्ष की माला से इस मन्त्र जप करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है, असाध्य से असाध्य रोग भी दूर होते है।
* यदि एक स्वस्थ्य व्यक्ति अचानक अस्वस्थ्य हो जायें और उस पर चिकित्सा का प्रभाव नहीं हो रहा है तो समझना चाहिए कि उक्त व्यक्ति नजरदोष से ग्रसित है। ऐसी स्थिति में एक साबूत नींबू के उपर काली स्याही से 307 लिख दें और उस व्यक्ति के उपर उल्टी तरफ से 7 बार उतारें। इसके पश्चात उसी नींबू को चार भागों में इस प्रकार से काटें कि वह नीचें से जुड़े रहें। और फिर उसी नींबू को घर से बाहर किसी निर्जन स्थान पा फेंक दें। यह उपाय करने से पीडि़त व्यक्ति शीघ्र ही स्वस्थ्य हो जायेगा।
* यदि घर में पुत्र बीमार हो तो कन्याओं को हलवा खिलाएं एवं पीपल के पेड़ की लकड़ी को सिरहाने रखें।
* यदि एक स्वस्थ्य व्यक्ति अचानक अस्वस्थ्य हो जायें और उस पर चिकित्सा का प्रभाव नहीं हो रहा है तो समझना चाहिए कि उक्त व्यक्ति नजरदोष से ग्रसित है। ऐसी स्थिति में एक साबूत नींबू के उपर काली स्याही से 307 लिख दें और उस व्यक्ति के उपर उल्टी तरफ से 7 बार उतारें। इसके पश्चात उसी नींबू को चार भागों में इस प्रकार से काटें कि वह नीचें से जुड़े रहें। और फिर उसी नींबू को घर से बाहर किसी निर्जन स्थान पा फेंक दें। यह उपाय करने से पीडि़त व्यक्ति शीघ्र ही स्वस्थ्य हो जायेगा।
* यदि घर में पुत्र बीमार हो तो कन्याओं को हलवा खिलाएं एवं पीपल के पेड़ की लकड़ी को सिरहाने रखें।
सूनी गोद को हरी करने के लिए करें इस यंत्र की पूजा
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार संतान होने के बाद व्यक्ति धरती के ऋण से मुक्त हो जाता है लेकिन संतान नहीं हो तो मृत्यु उपरांत भी उसका मोक्ष नहीं होता। पुराणों में इसी संकट को दूर करने के लिए संतान गोपाल यंत्र की स्थापना और पाठ बताए हैं।
कहते हैं कि इस यंत्र की साधना अत्यन्त प्रसिद्ध है जिन्हें संतान नहीं होती, वे लड्डू गोपाल की मूर्ति के साथ संतान गोपाल यंत्र स्थापित करते हैं तथा उनके सामने संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करते हैं। इससे योग्य संतान की प्राप्ति होती है।
ध्यान रहे कि संतान गोपाल यंत्र को गुरु पुष्य नक्षत्र में स्थापित करना चाहिए। इसके बात संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
अगर जेब में पैसे नहीं टिकते है तो करे ये 5 उपाय
धन कमाने की इच्छा हर मन में होती है। लेकिन मनचाहा पैसा कमाने के बाद भी अगर पैसा टिकता नहीं है तो हमें अपनी दिनचर्या पर ध्यान देना चाहिए। अगर पर्याप्त पैसा कमाने के बाद भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो
1. काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएं।
2. रात में चावल, दही और सत्तू का सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है। अत: समृद्धि चाहने वालों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात के भोजन में नहीं करना चाहिए।
3. सुबह कुल्ला किए बिना पानी या चाय न पीएं।
4. जूठे हाथों से या पैरों से कभी गौ, ब्राह्मण तथा अग्नि का स्पर्श न करें।
5. घर में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है।