आपका हाथ और धन योग हस्तरेखा
हस्तरेखा विशेषज्ञ सब विद्वान नहीं होते हैं। उनकी गलत सलाह आपकी ऊर्जा को बिखेर सकती है। आपको हतोत्साहित कर सकती है अथवा इसके विपरीत आपको भुलावे में डालकर क्रियाविहीन व अकर्मण्य बना सकती है। तो क्यों नहीं, आप स्वयं हस्तरेखा विशेषज्ञ बनकर अपने हाथ की लकीरों को खुद ही पढ़ लें।
आप ज्योतिषी के पास जाते हैं और ज्योतिषी से पूछते हैं कि पंडितजी बताइए तो, मेरे हाथ में धन योग है अथवा नहीं? आपका हाथ अथवा हाथ की लकार देखने से पूर्व ज्योतिषी आपसे 'दान-दक्षिणा' लेकर और फिर ‘फलाफल' बताता है। यह अक्सर आपको धोखा देने वाला ही होता है। क्योंकि हस्तरेखा विशेषज्ञ सब विद्वान नहीं होते हैं। उनकी गलत सलाह आपकी ऊर्जा को बिखेर सकती हैं। आपको हतोत्साहित कर सकती है अथवा इसके विपरीत आपको भुलावे में डालकर क्रियाविहीन व अकर्मण्य बना सकती है।
तो क्यों नहीं, आप स्वयं हस्तरेखा विशेषज्ञ बनकर अपने हाथ की लकीरों को खुद ही पढ़ लें।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हस्त रेखाएं आकाशीय नक्षत्र ग्रह समूह का मानचित्र स्वरूप हैं। ग्रहों का संबंध मनुष्य के भाग्य से जुड़ा है। प्राचीन ऋषियों ने दिव्य दृष्टि से ग्रह पथ का अवलोकन किया तथा मनुष्य पर उसके प्रभाव को दिखाया।
हस्तरेखा विशेषज्ञों के अनुसार :-
।. हाथ में यदि कोई रेखा जीवन रेखा से निकलकर बुध पर्वत की ओर जाए, तो वह जातक को अनायास धन प्राप्ति करा सकती है। अगर आपके हाथ की लकीरों में लकीरों की इस तरह से मौजूदा स्थिति है, तो आप अकस्मात धन प्राप्त कर सकते हैं। राह चलते आपको धन प्राप्त हो सकता है या पुरस्कार मिल सकता है, नौकरी में अचानक प्रमोशन हो सकता है आदि। कहने का अर्थ है कि किसी न किसी तरह से आपको धन लाभ होगा ही। हमने हाथ में रेखाओं की स्थिति पर लेख प्रकाशित किया था। हमारे हाथ में रेखाओं की कितनी संख्या है, उनके नाम व कार्य क्या है ? रेखाओं का योग क्या हैं ? ये जातक पर कितना असर डालती हैं ? इस लेख में सिर्फ यह बताया जा रहा है कि अकस्मात धन प्राप्ति के लिए हस्तरेखाओं की क्या भूमिका है। अकस्मात धन प्राप्ति संभव है, यदि.....
2. बुध पर्वत पर एक सीधी गहरी रेखा हो।
3, मणिबंध से निकल कर यदि कोई रेखा बुध पर्वत की ओर जाए।
4. मणिबंध से निकलकर यदि कोई रेखा गुरु पर्वत की ओर जाए, साथ ही उसकी एक शाखा सूर्य तथा बुध पर्वत पर भी जाए।
5. यदि कोई रेखा शनि पर्वत की ओर जाए, लेकिन वह भाग्य रेखा न होकर उसके समानान्तर हो, तो।
6. मणिबंध की प्रथम रेखा के मध्य में कोण अथवा नक्षत्र का चिन्ह हो, तो जीवन के उत्तरार्द्ध में अकस्मात धन प्राप्ति निश्चित है।
7. यदि मणिबंध पर नक्षत्र का चिन्ह रहे, तर्जनी के तीसरे पर्व पर तीन खड़ी रेखाएं हों, तो।
8. यदि मध्यमा उंगली के पर्व पर वर्ग का चिन्ह रहे।
9. दाहिने हाथ की शीर्ष रेखा से निकलकर कोई गहरी पतली रेखा कनिष्ठिका उंगली की ओर गई हो, लेकिन वह रेखा बुध पर्वत को पार न करती हो।
10. जीवन रेखा के अंत में नक्षत्र का चिन्ह हो, तो ।