हृदय रोग (Heart Attack) निवारण टोटका और ताबीज़
हृदय रोग निवारण के लिए एक उपयोगी टोटका यहां दिया जा रहा है। हृदय रोगी को चाहिए कि वह किसी शुभ दिन व रविपुष्य नक्षत्र योग में कस्तूरी, जायफल, जावित्री तथा गोरोचन सबको पीसकर स्याही बनाएं तथा साफ-सुथरे भोजपत्र पर जो कहीं से भी कटा-फटा न हो, उसे चौकोर वर्गाकार रूप में काटकर ॐ लिखे, फिर गायत्री मंत्र से पूरा भरकर तावीज बना लें। इसे चांदी के खोल में मढ़कर गायत्री मंत्र पढ़ते समय बाईं भुजा में धारण कर लें। इसके प्रभाव से हृदय रोग धीरे-धीरे शांत हो जाएगा।
हृद्य रोगों में रोगी के रक्त में थक्के (खून का जमाव) अथवा रक्त परिभ्रमण का अधिक भार पड़ने के कारण हृदय अपना कार्य करना बन्द कर देता है अथवा अन्य किसी कारण से हृदय सुगमतापूर्वक अपना कार्य करने में असमर्थ हो जाता है, जिससे आए दिन मौतें हो जाया करती हैं।
हृदय रोग निवारण के लिए एक उपयोगी टोटका यहां दिया जा रहा है। हृदय रोगी को चाहिए कि वह किसी शुभ दिन व रविपुष्य नक्षत्र योग में कस्तूरी, जायफल, जावित्री तथा गोरोचन सबको पीसकर स्याही बनाएं तथा साफ-सुथरे भोजपत्र पर जो कहीं से भी कटा-फटा न हो, उसे चौकोर वर्गाकार रूप में काटकर ॐ लिखे, फिर गायत्री मंत्र से पूरा भरकर तावीज बना लें। इसे चांदी के खोल में मढ़कर गायत्री मंत्र पढ़ते समय बाईं भुजा में धारण कर लें। इसके प्रभाव से हृदय रोग धीरे-धीरे शांत हो जाएगा।