Vivah Kab Hoga? Vivah Rekha Hastrekha Shastra
विवाह रेखा का चित्र |
जिस मनुष्य के हाथ में विवाह रेखा जितनी साफ, सुन्दर, स्पष्ट तथा निर्दोष होगी वह उतने. ही शुभ विवाह की सूचना देगी। यह रेखा हृदय रेखा के जितनी समीप होगी उतनी ही जल्दी विवाह की तैयारियाँ होंगी और जितनी हृदय रेखा से दूरी पर होगी उतनी ही शादी देर से होगी।
भारत में विवाह का समय अनिश्चित ही रहता है क्योंकि यहाँ गर्भावस्था से लेकर मरणावस्था तक मनुष्यों के विवाह होते रहते हैं ।
इसलिए हाथ देखते समय इस बात का विचार करना होगा कि विवाह रेखा हृदय रेखा को समीपता के अनुसार बाल, शैशव तथा किशोरावस्था में से कौन-सी अवस्था प्रदर्शित करती है।
साथ ही यह भी देखना होगा कि वह मनुष्य या स्त्री किस वर्ग, वर्ण, तथा जाति, उपजाति से सम्बन्धित है क्योंकि सवर्ण उच्च जातियों के विवाह सम्बन्ध देर में तथा दलित अथवा शूद्र जातियाँ अपने विवाह सम्बन्ध छोटी अवस्था में करती हैं ।