शनि पर्वत चिह्न हस्तरेखा
हाथ में शनि को न्याय का देवता है और भाग्य का करक है।
एक खड़ी रेखा –वृद्धावस्था का सुख
दो खड़ी रेखाएँ –परिश्रमी, सफलता देरी से
कई छोटी रेखाएँ-संघर्ष की क्षमता कम
रेखाएँ नीचे की तरफ--गठिया
आड़ी रेखाएँ बारीक-सीने में घाव
आड़ी रेखा भाग्य रेखा को काटे –वृद्धावस्था में तकलीफ
क्रॉस अकेला-निस्सन्तान एवं चमत्कारी विद्या
क्रॉस (भाग्य रेखा के पास) -दुर्घटना
यव-आपत्ति
त्रिभुज-धर्मान्धता
त्रिशूल-शुभ रहता है
जाली-आपत्ति, गरीबी, अनिश्चित
जाली, नक्षत्र-पागलपन
जाली (प्रारम्भिक हाथ में) -सजा भोगनी पड़े
नक्षत्र-पक्षाघात
नक्षत्र तीसरे पोर पर–कत्ल हो