त्रिभुज/त्रिकोण (The Triangle)
त्रिभुज यदि स्वतंत्र, अच्छा गठित और छोटा हो तो अच्छा माना जाता है अन्यथा यह बहुत प्रभावी नहीं होता।
1. किसी रेखा के आरंभ में त्रिकोण का होना, उस रेखा से संबंधित रुकावटों को दूर करता है और आजीवन उस क्षेत्र में भरपूर एवं पूर्ण संतुष्टि देता है। इस अर्थ में त्रिकोण एक द्वीप के बिल्कुल विपरीत परिणाम देता है, हालांकि एक बहुत चपटा त्रिकोण द्वीप जैसा ही दिखाई देता है। इसलिए, त्रिभुज की जांच आवर्धक लेंस से सावधानीपूर्वक करनी चाहिए।
2. यदि त्रिकोण/त्रिभुज जीवन रेखा को छूता हो, तो यह रोगों से सुरक्षा, विरासत में मिली संपत्ति की सूचना देता है। साथ ही यह संपत्ति बनाने का निश्चित संकेत देता है। यह व्यक्ति के आत्मनिर्भर होने की क्षमता को भी दर्शाता है।
3. यदि त्रिभज मस्तिष्क रेखा पर हो तो उम्र के उस पड़ाव पर व्यक्ति भाग्यशाली होता है। धन, यश और निरंतर प्रगति होती है। यदि मस्तिष्क रेखा के ऊपर और नीचे की ओर एक ही स्थान पर त्रिकोण हो तो इसे त्रिकोण न मानकर वर्ग मानें। ऐसा त्रिकोण या वर्ग मानसिक और वित्तीय परेशानियों से बचाता है किन्तु कोई वित्तीय लाभ नहीं देता।
4. यदि भाग्य रेखा पर त्रिकोण हो, तो यह उस आयु में भाग्योदय का संकेत है। यदि त्रिकोण भाग्य रेखा के दोनों ओर हो और वर्ग जैसा दिखाई दे, तो यह उस आयु में संपत्ति बनाने का एक निश्चित संकेत है।
5. हृदय रेखा के ऊपर जितने त्रिकोण होते हैं उतनी ही संपत्ति बनती हैं। यदि हृदय रेखा पर त्रिकोण शनि पर्वत के नीचे हो तो यह धन-संपत्ति बनाने के साथ-साथ किसी बच्चे के माध्यम से प्रसिद्धि या बच्चे को प्रसिद्धि का संकेत है।
6. यदि त्रिकोण शनि पर्वत पर हो तो गुह्य विद्या, ज्योतिष और हस्त रेखा शास्त्र में रुचि होती है। ऐसे लोग शिव, रुद्र, गणेश या हनुमान जैसे भगवान की आराधना करते हैं। यदि हाथ पतला और कालापन लिए हो तो व्यक्ति भैरव या भूत-प्रेत की साधना करता है।
7. यदि सूर्य पर्वत पर त्रिकोण हो- तो शिल्पकार, निर्माण उद्योग में कुशलता, वैज्ञानिक, गंभीर और प्रबुद्ध विचारक, प्रसिद्धि आदि। ऐसे लोग जो भी कहते हैं उसे पूरा करते हैं।
8. यदि त्रिकोण बुध पर्वत पर हो- तो वैज्ञानिक, प्रसिद्ध वक्ता, व्यापारी, चिकित्सक, शेयर बाजार से संबंध।
9. मंगल पर्वत पर त्रिकोण- सेना में ऊंचा पद या फिर एक बेहद अच्छा सैनिक, दृढ़ इच्छाशक्ति, हठी, गणितज्ञ। यदि उच्च के मंगल पर त्रिकोण हो तो शल्य चिकित्सक।
10. शुक्र पर्वत पर त्रिकोण- अच्छा स्वास्थ्य एवं अच्छी स्मरण शक्ति।
11. चंद्र पर्वत पर त्रिकोण- धार्मिक रुचियां, गूढ/गुप्त ज्ञान, काला जादू, जादू।
यदि एक अच्छी रेखा अंगूठे के आधार से ऊपरी पोर तक जाए, तो यह धन और संपत्ति दिलाती है। किन्तु यदि रेखा टूटी या दोषपूर्ण हो तो यह बहुत ही बुरा परिणाम देती है यहां तक कि यह फांसी द्वारा मृत्यु का भी संकेत हो सकती है।