आसानी से उपलब्ध इस जानकारी की प्रायः अनदेखी की जाती है, जबकि इसका महत्व बहुत अधिक है। उंगलियों की स्थिति का उसके नीचे स्थित पर्वत के साथ गहरा संबंध होता है। यदि कोई उंगली हथेली पर थोड़ी नीची स्थित है तो वह अपने पर्वत का महत्व कम कर देती है। हथेली पर उंगली की उच्च स्थिति से उसके पर्वत की विशेषताओं को बल मिलता है। यह बात चंद्र, मंगल एवं शुक्र पर्वत पर लागू नहीं होती क्योंकि इन पर्वतों के ऊपर कोई उंगली नहीं होती।
जिन लोगों की उंगलियों की setting हथेली पर एक सीध (सम-स्थिति) में होती है उन्हें जीवन में अपार सफलता मिलती है। पर सम-स्थिति वाले हाथ बहुत कम मिलते हैं। यदि शनि और सूर्य की उंगलियों का उद्गत सम-स्थित हो तब भी जीवन में अपेक्षाकृत आसानी से सफलता मिलती है। अधिकतर लोगों की हथेली पर उंगलियों की स्थिति चन्द्राकार होती है। यदि बुध और गुरु की उंगली सामान्य से नीची स्थिति में हो तो व्यक्ति में आत्म विश्वास और आत्मसम्मान की कमी होती है और इन्हें जीवन में प्रगति के लिए अधिक संघर्ष करना पड़ता है।