ग्रहों के पर्वत से संकेत
गुरु - तर्जनी के मूल - धर्म, मानसम्मान, नेतृत्व, महत्वाकांक्षा, अधिकार, प्रभुत्व।
शानि - मध्यमा मूल - शिक्षण, अध्ययन, चिंतन, धृष्णा, एवं घुटन आदि।
सूर्य - अनामिका मूल - कला, प्रतिभा, यश, सफलता, महानता, तेज, आदर-सम्मान।
बुध - कनिष्ठा मूल - बुद्धि, व्यवसाय, विज्ञान एवं चातुर्य।।
शुक्र - अंगूठे का मूल - प्रणय, वासना, सहदयता, कला आदि।
चंद्र - शुक्र पर्वत के सामने - कल्पना, रहस्य, स्वार्थ, वासना एवं कलात्मक प्रगति का सूचक।
निम्न मंगल - शुक्र एवं गुरु पर्वत के बीच - हिंसा एवं क्रोध ।
उच्च मंगल - चंद्र एवं बुध पर्वत के बीच - साहस, धर्म , नैतिकता , धैर्य ।
नितिन कुमार पामिस्ट