हर इंसान के हाथ में मुख्य रेखा और सहायक रेखा होती है। मुख्य रेखा इंसान के जीवन में हर समय प्रभाव रखती है लेकिन सहायक रेखा भी इंसान के जीवन में बड़ा परिवर्तन लाती है।
यह रेखाएं मुख्य रेखा की सहायक बनकर अपना प्रभाव दिखाती है लेकिन यह रेखाएं कुछ के हाथों में होती है और कुछ के हाथो में नहीं होतीं।
जैसे, विद्या रेखा जो की मध्यमा ऊँगली और अनामिका ऊँगली के बीच में
पाई जाती है, जो सूर्य पर्वत की ओर झुकती हुई खड़ी रेखा होती है।
ऐसा मन जाता है की जिन व्यक्तियों के हाथ में ऐसी रेखा होती है, वे निर्धन (साधारण) घर में जन्म लेकर भी उत्तम शिक्षा प्राप्त करने में सफल होते हैं या फिर उनके पास ऐसा गुण होता है की वे अपनी बातो और समझ से अच्छो अच्छो को अपने सामने टिकने नहीं देते है यानि भले ही ऐसे व्यक्ति अधिक पढ़े लिखे न हो लेकिन उनके साथ हुनर होता है।
ऐसे व्यक्ति ज्ञानवान और बुद्धिमान होते हैं।
सभ्य समाज में उनका आदर होता है तथा अपनी बुद्धि के बल पर पूर्ण सफलता प्राप्त करने में सक्षम होते हैं।