शनि पर्वत | Shani Parvat | Mount Of Saturn | Hast Rekha | Palmistry

 

शनि पर्वत | Shani Parvat | Mount Of Saturn | Hast Rekha | Palmistry

शनि पर्वत

शनि पर्वत को अंग्रेजी में सैटर्न कहते है। शनि की मध्यमा अंगुली सबसे बड़ी होती है। यह मानव जीवन में सांसारिक भाव की प्रमुखता प्रकट करता है लेकिन शुक्र पर्वत सांसारिक जीवन में प्रेम भाव को प्रकट करता है।

शनि पर्वत उठा और फूला हुआ - दृढ़ कार्यं कुशलता, संसारिक कार्यों में बुद्धिमत्ता तथा लगन रहे।

शनि पर्वत नीचा दबा हो - कार्य शीलता में कभी, दृढ़ता नहीं। 

शनि पर्वत मध्यम उठा हो - सीमित कार्यशीलता, अधिककार्य शक्ति का अभाव। 

शनि पर्वत तर्जनी की ओर झुका बौद्धिक कार्यो से लाभ। 

अनामिका की ओर झुका पर्वत – कला, साहित्य में प्रयत्न से लाभ।  

इस पर्वत पर खड़ी रेखा – भाग्यरेखा से मिली हो तो धिर्दायु, भौतिक जीवन सरलता सुखपूर्वक होवे ।

खंडित खड़ी रेखा या रेखाएँ शनि पर्वत पर कठिनाई से जीवन में परिवर्तित परिस्थिति होवे या जीवन में उलट फेर होवे । 

शनि पर्वत पर आडी या तिरछी रेखाएँ – अनेक कठिनाइयाँ आवे, कष्ट या हानि होवे ।