दो विवाह रेखा | Double Marriage Line On Palm
हम सभी लोगो के हाथो में विवाह रेखा होती है लेकिन बहुत से लोगो के हाथो में कई विवाह रेखा (multiple marriage lines) होती है और ज्यादातर लोगो के हाथो में एक से ज्यादा विवाह रेखा यानि दो विवाह रेखा या तीन विवाह रेखा होती है । दोहरी विवाह रेखा होने के कारण व्यक्ति इस सोच में पड़ जाता है की उसके दो विवाह होंगे या फिर उसका सम्बन्ध घर के बाहर बन जायगा ।
पुरुष और स्त्री दोनों के हाथो में विवाह रेखा एक ही जगह पाई जाती है और उनका फल भी एक समान ही होता है । यदि पुरुष के हाथ में विवाह रेखा दोषयुक्त है तो वह दुखी वैवाहिक जीवन का परिचायक मानी जायगी वैसे ही यदि स्त्री के हाथ में विवाह रेखा खराब है तो वह भी दुखी वैवाहिक जीवन का परिचायक मानी जायगी ।
विवाह रेखा का आंकलन करते वक्त एक बात का हमेशा ध्यान रखना आवश्यक है की व्यक्ति पर समाज, देश और समय का बहुत बड़ा प्रभाव होता है और उसको ध्यान में रखते हुए ही विवाह रेखा का अध्ययन करना चाहिए । जैसे गाँव में विवाह बहुत छोट्टी उम्र में हो जाता है और तलाक नहीं होता है या बहुत कम लोगो का तलाक होता है लेकिन शहर में विवाह बहुत देर से होता है और तलाक बहुत लोगो का होता है और फिर विदेश में भारत से बिलकुल उल्टा चलन है वहा लड़का और लड़की खुद ही एक दुसरे को पसंद करते है और खुद ही शादी कर लेते है और वहा एक से अधिक सम्बन्ध होना सामान्य बात है । ये लेख भारत के प्रसिद्ध हस्तरेखा शास्त्री नितिन कुमार पामिस्ट द्वारा लिखा गया है अगर आप उनके दवारा लिखे सभी लेख पढ़ना चाहते है तो गूगल पर इंडियन पाम रीडिंग ब्लॉग को सर्च करें और उनके ब्लॉग पर जा कर उनके लिखे लेख पढ़ें । इसलिए विवाह रेखा का आंकलन करते वक्त इन बातो का भी विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता होती है ।
दांया हाथ की विवाह रेखा (Marriage Line On Right Hand) और बांया हाथ की विवाह रेखा (Marriage Line On Left Hand) में क्या अंतर है - पाश्चात्य मत की माने तो स्त्री का लेफ्ट हैण्ड और पुरुष का राईट हैण्ड की विवाह रेखा का अध्ययन किया जाना चाहिए लेकिन आधुनिक हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार दोनों हाथो को महत्व दिया जाना चाहिए ।
यदि दोहरी विवाह रेखा दोनों हाथो में सामान्तर है तो निश्चित तोर पर हम कह सकते है की व्यक्ति का तलाक होगा या फिर गैरसम्बन्ध बनेगा लेकिन हाथ के दुसरे योग का भी परिक्षण करना आवश्यक है ।
यदि दोहरी विवाह रेखा है लेकिन एक छोट्टी और एक बड़ी है तो बड़ी विवाह रेखा का ही फल मिलेगा दूसरी विवाह रेखा गोण रहेगी और कभी कभी छोटा मोटा समंबंध कुछ समय के लिए बन जाता है लेकिन जल्दी ही टूट जाता है और या फिर सगाई टूट जाती है । ऐसे में व्यक्ति के दो विवाह नहीं होते है ।
हथेली में दोहरी विवाह रेखा (Parallel Marriage Line) होने पर दो विवाह नहीं होते है और ना ही दो व्यक्तियों से सम्बन्ध बनता है । ऐसा नहीं होता है की हाथ में जितनी विवाह रेखा है उतने ही विवाह होंगे या फिर उतने ही सम्बन्ध बनेंगे । अगर हाथ में एक से ज्यादा विवाह रेखा होती है (छोटी-बड़ी) तो व्यक्ति आशिक मिजाज या पसंद-नापसंद वाला होता है मतलब नखरे ज्यादा होते है और ऐसे व्यक्ति का विवाह फिर लेट होता है ।
एक हाथ में दोहरी विवाह रेखा है लेकिन दुसरे हाथ में एक ही रेखा है तो ऐसे में भी व्यक्ति का एक ही विवाह होगा लेकिन यदि दोनों विवाह रेखा एक दुसरे बराबर और सामान्तर है तो ऐसे में तलाक हो सकता है ।
व्यक्ति का तलाक कब होता है और कब व्यक्ति के गैरसम्बन्ध बनते है ये जानने के लिए हाथ का पूर्ण परिक्षण आवश्यक है फिर भी यदि विवाह रेखा द्विशाखा (फोर्क) युक्त है तो व्यक्ति का तलाक संभव है और विवाह रेखा पर तिल और द्वीप इत्यादि बुरा चिन्ह है तो गैर सम्बन्ध या दुखी वैवाहिक जीवन रहता है ।
इसलिए हमेशा दोहरी विवाह रेखा का मतलब ये नहीं होता है की व्यक्ति को दो सम्बन्ध बनेंगे या दो विवाह होंगे ।
एक विवाह रेखा दोमुखी हो और दूसरी विवाह रेखा सीधी हो तो ऐसे में व्यक्ति का विवाह असंतोषजनक रहता है और उस कारण व्यक्ति घर से बाहर सम्बन्ध बना सकता है ।
विवाह रेखा पर त्रिशूल भी दोमुखी विवाह रेखा जैसा संकेत देता है हालाँकि कुछ विद्वान इसको अच्छा भी मानते है ।
आशा है दोहरी विवाह रेखा का सम्पूर्ण ज्ञान आपको इस लेख के माध्यम से प्राप्त हुआ होगा और यदि आप विवाह रेखा पर अधिक जानकारी चाहते है जैसे विवाह रेखा कैसे देखते है या विवाह रेखा कोन सी होती है और विवाह रेखा कहा होती है और पुरुष की विवाह रेखा और स्त्री की विवाह रेखा में क्या अंतर होता है और प्रेम विवाह की रेखा और योग कोन सा होता है तो आप इस लेख को पढ़े - विवाह रेखा के दोष और गुण हस्त रेखा या मैरिज लाइन ओन हैण्ड
नितिन कुमार पामिस्ट