मस्तक रेखा और जीवन रेखा का मिला होना
मस्तक रेखा अधिकतर लोगो के हाथो में जीवन रेखा से ही शुरू होती है या जीवन रेखा से मिली हुई होती है लेकिन बहुत सारे लोगो के हाथो में अलग से उपर की तरफ कुछ दूरी बना कर भी शुरू होती है।
मस्तक रेखा यदि जीवन रेखा के साथ मिलकर शुरू होती है तो उसका अर्थ होता है ऐसा व्यक्ति किसी भी कार्य को बहुत सोच समझ कर करता है ।ऐसा व्यक्ति हमेशा सतर्क रहता है। ऐसा व्यक्ति व्यर्थ की चिंता बहुत करता है।
ऐसे व्यक्ति में निराश का भाव अधिक देखा ज्यादा है लेकिन ऐसा व्यक्ति पारिवारिक रहता है।
ऐसा व्यक्ति ज्यादातर नौकरी ही करते है या नौकरी करना ही पसंद करते है ।
ऐसे व्यक्तियो पर दूसरों का या परिवार के लोगों का अधिक प्रभाव देखने को मिलता है ।
ऐसे व्यक्ति ज्यादातर घर में रहना ही पसंद करते है ।
ऐसे व्यक्तियो का विकास देरी से होता है या इनको समझधारी देरी से आती है।
ऐसे व्यक्ति संतुलित स्वभाव के होते है और नाप-टोल कर बोलते है ।
अगर राहु पर्वत तक जीवन रेखा और मस्तक रेखा मिली हुई है तो व्यक्ति में दब्बूपन या जाता है और डरपोक हो जाता है ।
ऐसे में वह व्यक्ति हीनभावना का शिकार भी हो सकता है ।