मस्तक रेखा का गुरु पर्वत से शुरू होना
यदि मस्तक रेखा जीवन रेखा से शुरू ना हो कर गुरु पर्वत से प्रारंभ होती है तो ऐसा व्यक्ति बहुत महत्वकांक्षी होता है।
ऐसे व्यक्ति न्यायप्रिय होते है पर जल्दबाज होते है क्युकी जीवन रेखा और मस्तक रेखा में दूरी बढ़ जाती है ।
ऐसे व्यक्ति धार्मिक ही होते है और गुरु के गुण इन में अधिक देखने को मिलते है ।
ऐसे लोग अच्छे नेता, अध्यापक, लेखक इत्यादि बनते है।
हालांकि मस्तक रेखा अच्छी होनी चाहिए यदि मस्तक रेखा अच्छी नहीं है और दोषयुक्त है तो व्यक्ति को अपयश मिलता है और ऐसा व्यक्ति बुरे कर्मों में ज्यादा रूचि लेता है।
गुरु यदि अच्छा है तो व्यक्ति बुलंदियों को छूता है लेकिन यदि गुरु अच्छा नहीं है तो ऐसा व्यक्ति निराशा से घिरा रहता है और उसका ज्यादा समय सोचने में ही चला जाता है ।
कभी कभी ऐसा व्यक्ति जल्द पैसा बनाने के चक्कर में अपना सबकुछ बर्बाद कर देता है ।