अपराध रेखाएँ और धन
हाथ में हृदय रेखा, शीर्षरेखा व जीवन रेखा एक जगह मिले व उन पर छोटी-छोटी रेखाएँ हो तो अपराध प्रवृति बढ़ती है। इसमें धन अर्जन की चाह में व्यय होता है।
यदि यह सूर्य से मंगल तक जाये तो आरोपवश धन व्यय होता है। यदि यह अंगूठे से शुक्र तक जाये व अंत में क्रास हो तो कामवश अपराध में धन व्यय होता है।
इस तरह की रेखा ज्यादातर अपराधी, शराबी और लालची व्यक्ति के हाथों में देखने को मिलती है जो जल्दी पैसा कमाने की चाह में अपराध कर बैठता है ।