स्वास्थ्य-रेखा पर दोष-चिह्न
यदि स्वास्थ्य-रेखा पतली हो तो भी यही सूचित होता है कि यकृत अपना काम अच्छी तरह कर रहा है। रेखा का गहरा होना अधिक प्रच्छा लक्षण है। उसकी बराबरी पतली रेखा नहीं कर सकती । किन्तु स्वास्थ्य-रेखा दोष-युक्त हो (टूटी, लहरदार, बिन्दु, द्वीप-युक्त प्रादि) तो अस्वास्थ्य प्रकट होता है ।
(१) यदि स्वास्थ्य-रेखा चौड़ी और उथली हो तो उसका जिगर बहुत मजबूत नहीं होगा । थोड़ी सी ही बदपरहेजी से सिरदर्द, मंदाग्नि, अपच, जलन प्रादि होंगे ।
(२) यदि स्वास्थ्य-रेखा शृङ्खलाकार हो तो जिगर और पेट की खराबी प्रकट होगी। ऐसे व्यक्तियों को गॉल्स्टोन , यकृतशोथ प्रादि रोग होते हैं। ऐसे व्यक्ति न केवल बीमार रहते हैं बल्कि उनका दिमाग भी गमगीन और उत्साहशून्य होता है। ऐसे लोग शक्की और चिड़चिड़े स्वभाव के होते हैं । इस कारण व्यापारिक सफलता भी उन्हें नहीं मिलती ।