Baccha Padai Mein Kamzor Hai To Uske Upay
Aapka baccha padai nahi karta hai aur uska man doosari jagah mein jyada lagta hai aur aapki baat nahi manta hai to aapko ye upay karne se labh hoga.
Bacche ka gussa tez hai aur wo padai se jee churata hai to ye upay karne se aapko farak najar aayga.
Padein - Aurat Ya Patni Ka Gussa Tez Hona Uska Upay
अक्सर सुनने में आता की हमारे बच्चे पढाई में कमजोर है।हम अपने बच्चों को पढाई करवाने के लिए बहुत मेहनत करते है।दिन रात उन्हें खुद पढाते है।और ट्यूशन भी भेजते हैं।लेकिन परीक्षा में कम नम्बर या पास नहीं होते। या किसी भी नौकरी के लिए या उच्च पढाई के लिए तैयारी करते है। लेकिन वहां भी विफल हो जाते है।सफलता हाथ नहीं लगती। तब इस स्थिति मे हमें क्या करना चाहिए। बहुत मानसिकता बनी रहती है।इस चिंता को दूर करने के लिए हम कुछ उपाय आप को बताने जा रहे है।
धन कोई भी मनुष्य किसी भी अवस्था में कमा सकता है। वो उसका भाग्य है।कि उसकी कमाई कम हो या ज्यादा हो। लेकिन विद्या हर मनुष्य के भाग्य में नहीं होती। चाहे आप किसी धनवान व्यक्ति के घर आप का जन्म हुआ। और अपने धन के द्वारा पदवी ( डिग्री ). प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन आप उस पदवी का ज्ञान कहा से लायेगे।संसार एक कहावत बोली जाती है।कि धन से आप पुस्तक खरीद सकते है लेकिन विद्या ज्ञान कभी नहीं खरीद सकते। विद्या हमेशा झुक कर, नम्रता से आप को उस विद्या के लायक बनना पडेगा। इसके बाद ही आप विद्या के पात्र ( लायक ) बनेगे। और आपको गुरू की कृपा मिलेगी और आप समस्त संसार में अपनी विद्या से ख्याति, पद, प्रतिष्ठा प्राप्त करेंगे। यदि हम अपनी पढाई को सही उतम करना चाहते हो तो आप को माँ सरस्वती की अराधना, पूजा करना शुरू कर दो। जिस दिन आप के बच्चों का जन्म दिन हो उस समय गरीब विद्याथियो को पुस्तक, कोपी, पैंसिल, पैंन दान करना चाहिए। यदि आप किसी गरीब, जरूरतमंद छात्र, छात्राओ को विद्या का दान उन्हे पढाते हो। और उन्हें ट्यूशन पढाने का कोई मूल्य नहीं लेते तो निश्चित ही आप आने वाले समय में बहुत उच्च,शिक्षा ग्रहण कर पाओगे। सरस्वती माँ पूजा पाठ से आप के उपर प्रसन्न हो या ना हो लेकिन यदि आप किसी को फ्री में ट्यूशन पढाते हो तो आप के उपर माँ सरस्वती की कृपा बनी रहेंगी। और आप बिना रूकावट, बाधा के अपनी पढाई पूरी कर पाओगे। इस में कोई शक नहीं है।यदि आप अपने बच्चों से किसी भी शिक्षित व्यक्ति जैसे की अध्यापक, लेक्चरार, प्रोफेसर, या जिनके पास आप ट्यूशन पढते हो उन्हें अपने बच्चों के हाथ से पैन दिलवाऐ।
यह उपाय करवा के आप अपने बच्चों की पढाई में आने वाली बाधाओं को दूर कर सकते हो। और उनके उज्ज्वल भविष्य बनाने में आप का बहुत बड़ा हाथ हो सकता है। विद्या वाला मनुष्य देश विदेश कहीं भी जाये उसका विद्या के कारण मान सम्मान माँ सरस्वती की कृपा से प्राप्त होता है। यदि आप भी सरस्वती की कृपा अपने उपर या अपनी संतान के ऊपर चाहते हो तो माँ शारदा देवी सरस्वती के इस बारह नाम का पाठ अपने घर परिवार में करें और अपने बच्चों से भी करवाये। जब भी आप अपने बच्चों को पढाने बैठे तो इस स्त्रोत का पाठ करवाये फिर आप अपने बच्चों को पुस्तक पढने के लिए कहिये। जब भी किसी भी समय आप के बच्चे पुस्तक के प्रशन याद करने बैठेगे। उस समय इस स्त्रोत का पाठ करके या करवा के आप को शीध्र अपने प्रशन के उतर याद हो जायेगे। आप का पढाई में मन लगेगा ज्यादा समय आप अपनी पढाई में लगा सकोगे। जिसके कारण आप का परीक्षा फल पहले के मुकाबले बहुत अच्छा रहेगा। आप अपने जीवन मे सद्बुद्धि, सत्संग, सद्मार्ग, उच्च पद, प्रतिष्ठा, और माँ सरस्वती की कृपा से उच्च शिक्षा प्राप्त कर पाओगे।
।।अथ सरस्वती द्वादश नाम।। स्त्रोतं
सरस्वती मया दृष्टवा ,
वीणा पुस्तक धारिणी।
हंस वाहन समायुक्त ,
विद्या दान करोतु मे।।
प्रथमं भारती नामं
द्वितीयं च सरस्वती।
तृतीयं शारदा देवी
चातुर्थ हंस वाहिनी।।
पंचमं जगद्विख्यातीं ,
षष्टं वागेश्वरी तथा।
कौमारी सप्तमे प्रोक्त ,
अष्टमे वरदायिनी।।
नवमं बुद्धिदात्री च ,
दशमं ब्रह्मचारिणी।
एकादशं चन्द्र घण्टेति ,
द्वादशं भवुनेश्वरी।।
सरस्वती द्वादश नामानि ,
त्रिसन्ध्य यः पठेन्नर।
जिह्वयाग्रे वसते तस्य ,
ब्रह्मरूप सरस्वती।।
वीणा पुस्तक धारिणी।
हंस वाहन समायुक्त ,
विद्या दान करोतु मे।।
प्रथमं भारती नामं
द्वितीयं च सरस्वती।
तृतीयं शारदा देवी
चातुर्थ हंस वाहिनी।।
पंचमं जगद्विख्यातीं ,
षष्टं वागेश्वरी तथा।
कौमारी सप्तमे प्रोक्त ,
अष्टमे वरदायिनी।।
नवमं बुद्धिदात्री च ,
दशमं ब्रह्मचारिणी।
एकादशं चन्द्र घण्टेति ,
द्वादशं भवुनेश्वरी।।
सरस्वती द्वादश नामानि ,
त्रिसन्ध्य यः पठेन्नर।
जिह्वयाग्रे वसते तस्य ,
ब्रह्मरूप सरस्वती।।