त्रिभुज की परिभाषा और फल
त्रिभुज - हम सभी जानते है की त्रिभुज या त्रिकोण तीन रेखाओ को मिल कर बनता है। त्रिभुज की तीनो रेखाय जितनी साफ़ और सुन्दर होगी उतना ही अच्छा फल मिलेगा। इसके विपरीत त्रिभुज की रेखाय यदि अस्पष्ट है तो व्यक्ति को उसका लाभ नहीं मिलता है।
किसी भी जातक के हाथ में त्रिभुज का होना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा व्यक्ति विवेकशील, दूरदर्शी, और क्रियाशील होता है। त्रिभुज जिस भी क्षेत्र में होता है उस क्षेत्र के गुणों में वृद्धि कर देता है।
त्रिभुज का गुरु या बृहस्पति पर फल
गुरु पर्वत पर त्रिभुज बहुत कम पाया जाता है। फिर भी जिन हाथो में त्रिभुज गुरु पर्वत पर विद्यमान है वह व्यक्ति उच्चभिलाषी , सफल राजनीतिज्ञ , और धार्मिक गुरु बन सकता है। ऐसा व्यक्ति जनता का सेवक होता है और जनता के लिए कार्य करता है।
गुरु पर्वत पर त्रिभुज चिन्ह व्यक्ति को यश, मान-सम्मान , और विदेश यात्रा करवाता है।
त्रिभुज के दूषित हो जाने यानी किसी रेखा से इसको काट दिया जाय तो इसके फल में कमी आ जाती है और व्यक्ति घमंडी हो जाता है।
त्रिभुज का शनि पर्वत पर फल
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में छोटा सा त्रिभुज शनि पर्वत पर सुन्दर साफ़ स्पष्ट तथा निर्दोष रूप से विद्यमान हो तो वह व्यक्ति तंत्र विद्या में माहिर होता है। ये लेख भारत के प्रसिद्ध हस्तरेखा शास्त्री नितिन कुमार पामिस्ट द्वारा लिखा गया है अगर आप उनके दवारा लिखे सभी लेख पढ़ना चाहते है तो गूगल पर इंडियन पाम रीडिंग ब्लॉग को सर्च करें और उनके ब्लॉग पर जा कर उनके लिखे लेख पढ़ें । ऐसा व्यक्ति तांत्रिक, ज्योतिष, गुप्त विद्याओ को सीखने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति लाटरी, जुए का भी शौकीन होता है।
अगर यही त्रिभुज दूषित हो जाय तो व्यक्ति ठग बन जाता है और लोगो को लूटने का काम करता है।
त्रिभुज का रवि या सूर्य पर्वत पर फल
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में त्रिभुज रवि पर्वत के नीचे या क्षेत्र पर है तो ऐसा व्यक्ति धार्मिक, परोपकारी , समाजसेवक, कुशल वैध, अच्छा चित्रकार, कलाकार और प्रतिभा का धनि होना है।
ऐसा व्यक्ति हर कार्य में सफलता ही प्राप्त करता है और जो इसके साथ जुड़ते है उनका भी भला हो जाता है।
यदि त्रिभुज दूषित है तो व्यक्ति को अपयश मिलता है और वो ज्यादातर उसकी कला से सम्बंधित ही होता है।
त्रिभुज का बुध पर्वत पर फल
यदि त्रिभुज पर्वत पर है तो व्यक्ति को साइंस में रुचि रहती है। ऐसा व्यक्ति सफल व्यापारी होता है। अच्छा वकील, प्रवक्ता होता है। अच्छा कूटनीतिज्ञ और सलाहकार होता है। लेकिन ऐसे लोग पैसा जोड़ नहीं पाते है और खर्च कर देते है।
यदि त्रिभुज कटा हुआ या टूटा हुआ है तो वह व्यक्ति सिर्फ बातो का राजा होता है और असल जिंदगी में कुछ हासिल नहीं कर पता है कारण वह सिर्फ टाइम पास करता है।
त्रिभुज का चंद्र पर्वत पर फल
यदि त्रिभुज चंद्र क्षेत्र में है तो वह व्यक्ति काल्पनिक होता है। ऐसा व्यक्ति अच्छा चित्रकार , दस्तकार , मूर्तिकार , प्रकृति से प्रेम करने वाला और मिलनसार होता है। अपने हुनर से नाम बनाता है।
यदि ये त्रिभुज अच्छा नहीं है तो वह व्यक्ति शेख़चिल्ली की भांति बन कर रह जाता है और जगह जगह अपना उपहास बनवाता फिरता है।
त्रिभुज का केतु पर्वत पर फल
केतु क्षेत्र पर त्रिभुज अत्यंत लाभकारी होता है ऐसे में व्यक्ति को बाल्यकाल से भी सबकुछ प्राप्त होने लगता है। पैतृक सम्पति का सुख मिलता है और परिवार के नाम और हैसियत का बहुत लाभ मिलता है।
लेकिन खराब त्रिभुज होने पर बचपन भी नीरसता से गुजरता है और पैतृक सम्पन्ति होते हुए भी नहीं मिलती है।
त्रिभुज का जीवन रेखा या आयु रेखा पर फल
यदि किसी मनुष्य के दाहिने हाथ की जीवन रेखा के आरम्भ में त्रिभुज का चिन्ह स्पष्ट और सुन्दर और साफ़ है तो उस समय ऐसा त्रिभुज उस व्यक्ति की प्राणो की रक्षा करता है। ऐसा व्यक्ति बचपन में बीमार होता है लेकिन त्रिभुज उसको अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है मतलब बीमार होने पर भी व्यक्ति में ऊर्जा बनी रहती है। ऐसे व्यक्ति की मृत्यु लम्बी बीमार के पश्चात ही होती है।
त्रिभुज का शीश रेखा या मस्तक रेखा पर फल
शीश रेखा पर त्रिभुज को सबसे भाग्यशाली माना गया है। ऐसा व्यक्ति अपने दिमाग के दम पर बहुत अच्छी तरक्की करता है और बहुत नाम और पैसा बनाता है।
ऐसा व्यक्ति बिज़नेस और नौकरी में बहुत बड़ी ओहदे पर होता है। ऐसे व्यक्ति के पास काफी बैंक बैलेंस और प्रॉपर्टी होती है।
लेकिन यदि त्रिभुज दूषित है तो व्यक्ति को चिंता लगी रहती है और आय से ज्यादा व्यय होता है।
त्रिभुज का हृद्य रेखा पर फल
यदि त्रिभुज हृदय रेखा या हृदय रेखा पर बन रहा तो व्यक्ति को जीवन के अंतिम क्षणों में लाभ प्राप्त होता है। ऐसा व्यक्ति मध्य आयु के पश्चात अमीर बनता है। ऐसा व्यक्ति बहुत पढ़ा -लिखा होता है।
यदि त्रिभुज दोषयुक्त है तो व्यक्ति को हृद्यघात होता है और ऐसे व्यक्ति को प्रेम में निराशा की वजह से दुःख और पीड़ा उठानी पड़ती है।
त्रिभुज का रवि रेखा या सूर्य रेखा पर फल
यदि किसी मनुष्य के दाहिने हाथ में अनामिका ऊँगली के तृतीया पोरे के साथ रवि रेखा पर कोई त्रिभुज बन जाय तो व्यक्ति को लेखन में सफलता मिलती है। किन्तु ख्याति अंतिम समय में मतलब बहुत लेट मिलती है। ऐसे व्यक्ति एकाकी जीवन जीते है।
त्रिभुज अच्छा न होने पर ऐसे व्यक्ति मुफत होते है और हठी होते है और अपने हाथो ही अपना कैरियर खत्म कर लेते है।
त्रिभुज का स्वास्थ्य रेखा पर फल
स्वस्थ्य रेखा पर त्रिभुज स्वास्थ्य और व्यापार में गिरावट का संकेत माना जाता है।
त्रिभुज का विवाह रेखा पर फल
विवाह रेखा पर त्रिभुज होने पर वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं रहता है ।
त्रिभुज का यात्रा रेखा पर फल
यात्रा रेखा पर त्रिभुज होने पर यात्रा अधिक करनी पड़ती है ।
त्रिभुज का चंद्र रेखा पर फल
चंद्र रेखा पर त्रिभुज होने पर व्यक्ति की अंतरदृष्टि में वृद्धि होती है।
त्रिभुज का मंगल रेखा पर फल
मंगल रेखा पर त्रिभुज होने पर व्यक्ति के मस्तक के बल में वृद्धि होती है।
पढ़े - विभिन्न प्रकार के चिन्हो की सम्पूर्ण जानकारी हस्तरेखा
त्रिभुज - हम सभी जानते है की त्रिभुज या त्रिकोण तीन रेखाओ को मिल कर बनता है। त्रिभुज की तीनो रेखाय जितनी साफ़ और सुन्दर होगी उतना ही अच्छा फल मिलेगा। इसके विपरीत त्रिभुज की रेखाय यदि अस्पष्ट है तो व्यक्ति को उसका लाभ नहीं मिलता है।
किसी भी जातक के हाथ में त्रिभुज का होना अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा व्यक्ति विवेकशील, दूरदर्शी, और क्रियाशील होता है। त्रिभुज जिस भी क्षेत्र में होता है उस क्षेत्र के गुणों में वृद्धि कर देता है।
त्रिभुज का गुरु या बृहस्पति पर फल
गुरु पर्वत पर त्रिभुज बहुत कम पाया जाता है। फिर भी जिन हाथो में त्रिभुज गुरु पर्वत पर विद्यमान है वह व्यक्ति उच्चभिलाषी , सफल राजनीतिज्ञ , और धार्मिक गुरु बन सकता है। ऐसा व्यक्ति जनता का सेवक होता है और जनता के लिए कार्य करता है।
गुरु पर्वत पर त्रिभुज चिन्ह व्यक्ति को यश, मान-सम्मान , और विदेश यात्रा करवाता है।
त्रिभुज के दूषित हो जाने यानी किसी रेखा से इसको काट दिया जाय तो इसके फल में कमी आ जाती है और व्यक्ति घमंडी हो जाता है।
त्रिभुज का शनि पर्वत पर फल
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में छोटा सा त्रिभुज शनि पर्वत पर सुन्दर साफ़ स्पष्ट तथा निर्दोष रूप से विद्यमान हो तो वह व्यक्ति तंत्र विद्या में माहिर होता है। ये लेख भारत के प्रसिद्ध हस्तरेखा शास्त्री नितिन कुमार पामिस्ट द्वारा लिखा गया है अगर आप उनके दवारा लिखे सभी लेख पढ़ना चाहते है तो गूगल पर इंडियन पाम रीडिंग ब्लॉग को सर्च करें और उनके ब्लॉग पर जा कर उनके लिखे लेख पढ़ें । ऐसा व्यक्ति तांत्रिक, ज्योतिष, गुप्त विद्याओ को सीखने वाला होता है। ऐसा व्यक्ति लाटरी, जुए का भी शौकीन होता है।
अगर यही त्रिभुज दूषित हो जाय तो व्यक्ति ठग बन जाता है और लोगो को लूटने का काम करता है।
त्रिभुज का रवि या सूर्य पर्वत पर फल
यदि किसी व्यक्ति के हाथ में त्रिभुज रवि पर्वत के नीचे या क्षेत्र पर है तो ऐसा व्यक्ति धार्मिक, परोपकारी , समाजसेवक, कुशल वैध, अच्छा चित्रकार, कलाकार और प्रतिभा का धनि होना है।
ऐसा व्यक्ति हर कार्य में सफलता ही प्राप्त करता है और जो इसके साथ जुड़ते है उनका भी भला हो जाता है।
यदि त्रिभुज दूषित है तो व्यक्ति को अपयश मिलता है और वो ज्यादातर उसकी कला से सम्बंधित ही होता है।
त्रिभुज का बुध पर्वत पर फल
यदि त्रिभुज पर्वत पर है तो व्यक्ति को साइंस में रुचि रहती है। ऐसा व्यक्ति सफल व्यापारी होता है। अच्छा वकील, प्रवक्ता होता है। अच्छा कूटनीतिज्ञ और सलाहकार होता है। लेकिन ऐसे लोग पैसा जोड़ नहीं पाते है और खर्च कर देते है।
यदि त्रिभुज कटा हुआ या टूटा हुआ है तो वह व्यक्ति सिर्फ बातो का राजा होता है और असल जिंदगी में कुछ हासिल नहीं कर पता है कारण वह सिर्फ टाइम पास करता है।
त्रिभुज का चंद्र पर्वत पर फल
यदि त्रिभुज चंद्र क्षेत्र में है तो वह व्यक्ति काल्पनिक होता है। ऐसा व्यक्ति अच्छा चित्रकार , दस्तकार , मूर्तिकार , प्रकृति से प्रेम करने वाला और मिलनसार होता है। अपने हुनर से नाम बनाता है।
यदि ये त्रिभुज अच्छा नहीं है तो वह व्यक्ति शेख़चिल्ली की भांति बन कर रह जाता है और जगह जगह अपना उपहास बनवाता फिरता है।
त्रिभुज का केतु पर्वत पर फल
केतु क्षेत्र पर त्रिभुज अत्यंत लाभकारी होता है ऐसे में व्यक्ति को बाल्यकाल से भी सबकुछ प्राप्त होने लगता है। पैतृक सम्पति का सुख मिलता है और परिवार के नाम और हैसियत का बहुत लाभ मिलता है।
लेकिन खराब त्रिभुज होने पर बचपन भी नीरसता से गुजरता है और पैतृक सम्पन्ति होते हुए भी नहीं मिलती है।
त्रिभुज का जीवन रेखा या आयु रेखा पर फल
यदि किसी मनुष्य के दाहिने हाथ की जीवन रेखा के आरम्भ में त्रिभुज का चिन्ह स्पष्ट और सुन्दर और साफ़ है तो उस समय ऐसा त्रिभुज उस व्यक्ति की प्राणो की रक्षा करता है। ऐसा व्यक्ति बचपन में बीमार होता है लेकिन त्रिभुज उसको अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करता है मतलब बीमार होने पर भी व्यक्ति में ऊर्जा बनी रहती है। ऐसे व्यक्ति की मृत्यु लम्बी बीमार के पश्चात ही होती है।
त्रिभुज का शीश रेखा या मस्तक रेखा पर फल
शीश रेखा पर त्रिभुज को सबसे भाग्यशाली माना गया है। ऐसा व्यक्ति अपने दिमाग के दम पर बहुत अच्छी तरक्की करता है और बहुत नाम और पैसा बनाता है।
ऐसा व्यक्ति बिज़नेस और नौकरी में बहुत बड़ी ओहदे पर होता है। ऐसे व्यक्ति के पास काफी बैंक बैलेंस और प्रॉपर्टी होती है।
लेकिन यदि त्रिभुज दूषित है तो व्यक्ति को चिंता लगी रहती है और आय से ज्यादा व्यय होता है।
त्रिभुज का हृद्य रेखा पर फल
यदि त्रिभुज हृदय रेखा या हृदय रेखा पर बन रहा तो व्यक्ति को जीवन के अंतिम क्षणों में लाभ प्राप्त होता है। ऐसा व्यक्ति मध्य आयु के पश्चात अमीर बनता है। ऐसा व्यक्ति बहुत पढ़ा -लिखा होता है।
यदि त्रिभुज दोषयुक्त है तो व्यक्ति को हृद्यघात होता है और ऐसे व्यक्ति को प्रेम में निराशा की वजह से दुःख और पीड़ा उठानी पड़ती है।
त्रिभुज का रवि रेखा या सूर्य रेखा पर फल
यदि किसी मनुष्य के दाहिने हाथ में अनामिका ऊँगली के तृतीया पोरे के साथ रवि रेखा पर कोई त्रिभुज बन जाय तो व्यक्ति को लेखन में सफलता मिलती है। किन्तु ख्याति अंतिम समय में मतलब बहुत लेट मिलती है। ऐसे व्यक्ति एकाकी जीवन जीते है।
त्रिभुज अच्छा न होने पर ऐसे व्यक्ति मुफत होते है और हठी होते है और अपने हाथो ही अपना कैरियर खत्म कर लेते है।
त्रिभुज का स्वास्थ्य रेखा पर फल
स्वस्थ्य रेखा पर त्रिभुज स्वास्थ्य और व्यापार में गिरावट का संकेत माना जाता है।
त्रिभुज का विवाह रेखा पर फल
विवाह रेखा पर त्रिभुज होने पर वैवाहिक जीवन अच्छा नहीं रहता है ।
त्रिभुज का यात्रा रेखा पर फल
यात्रा रेखा पर त्रिभुज होने पर यात्रा अधिक करनी पड़ती है ।
त्रिभुज का चंद्र रेखा पर फल
चंद्र रेखा पर त्रिभुज होने पर व्यक्ति की अंतरदृष्टि में वृद्धि होती है।
त्रिभुज का मंगल रेखा पर फल
मंगल रेखा पर त्रिभुज होने पर व्यक्ति के मस्तक के बल में वृद्धि होती है।
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