क्रॉस या धन चिन्ह शनि पर्वत पर होना | Cross On Mount Of Saturn
क्रास शनि क्षेत्र परः–शनि क्षेत्र पर क्रास चिन्ह का होना एक बड़ा ही अशुभ लक्षण माना गया है । यह लक्षण जिस मनुष्य के हाथ में होता है वह मनुष्य बड़ा ही दुर्भागी समझा जाता है। क्योंकि यह एक घातक व्रण लगने का अशुभ चिन्ह है।
मनुष्य के हाथ में यह चिन्ह शनि क्षेत्र पर, भाग्य रेखा पर अथवा उससे स्पर्श होकर स्थित हो तो उस मनुष्य की मृत्यु किमी रहस्यमय दुर्घटना से होती है यानि कि अप्राकृतिक मृत्यु होती है । घोड़े, मकान या वक्षादि, मोटर या साइकिल आदि की दुर्घटना से भी हो सकती है। यदि यह चिन्ह शनि क्षेत्र के मध्य में हो तो ऐसा मनुष्य धर्मान्ध मतावलम्बी होता है जोकि अपने उत्तेजना पूर्ण भाषणों तथा वक्तव्यों से सर्व साधारण में अशान्ति फैलाता है। ये लेख भारत के प्रसिद्ध हस्तरेखा शास्त्री नितिन कुमार पामिस्ट द्वारा लिखा गया है अगर आप उनके दवारा लिखे सभी लेख पढ़ना चाहते है तो गूगल पर इंडियन पाम रीडिंग ब्लॉग को सर्च करें और उनके ब्लॉग पर जा कर उनके लिखे लेख पढ़ें ।
इनके स्वभाव चिडचिडे तथा सदैव उदास रहने वाले होते हैं। इसके अतिरिक्त यदि यह चिन्ह मध्यमा उगली के तृतीय पौरुए बन्द के पास हो तो वह उस मनुष्य को निसन्तान तथा दूषित प्रकार के तन्त्रवाद का प्रयोग करने वाला मारणमोहन उच्चाटन मन्त्रों के प्रयोग से अपने कार्य करने वाला तथा धन कमाने वाला होता है। वशीकरण मन्त्रों द्वारा निन्द्य कर्म रत रहता है।
गुरु पर्वत पर क्रॉस का मतलब जाने - क्रॉस या धन चिन्ह का गुरु पर्वत पर होना