सहायक बुधरेखा | Via Lasciva Line
सहायक बुध रेखा को कामभावना की रेखा भी कहते हैं। यह बुध रेखा के साथ उसके समानान्तर होती है। यदि यह दोनों हाथों में पाई जाए तो व्यक्ति में धन एवं काम की इच्छा अत्यधिक होती है। यह स्वास्थ्य रेखा पर आए हुए दोषों की मरम्मत अथवा उनको दूर करती है, बशर्ते की यह स्पष्ट एवं दोष रहित हो।
1. बुध पर्वत तक पहुंचने पर यह रेखा व्यक्ति को भाग्यशाली, कुशल वक्ता एवं चतुर बनाती है लेकिन चारित्रिक रूप से व्यक्ति पर भरोसा नहीं कर सकते हैं।
2. इस रेखा के स्वास्थ्य या बुध रेखा को काटने पर व्यक्ति को लीवर, भूख न लगना एवं अतिभोग के कारण स्वास्थ्य गिरा रहना संबंधी परिणाम होते हैं।
3. इस रेखा के अंत में दो शाखा युक्त होने पर व्यक्ति भोगी, आलसी व नि:शक्त हो जाता है।
4. इस रेखा से उदित कोई शाखा सूर्य रेखा को काट देती है तो धन-मान हानि होती हैं। यदिरेखा विलीन हो जाए तो धनागम होता है।
5. इसरेखा के लहरदार होने पर व्यक्ति व्यभिचारी हो जाता है तथा भाग्य वृद्धि में अवरोध आता है ।