जब अँगलियों को पास-पास किया जाये तो स्वाभाविक रूप से उनके मध्य खाली स्थान रहे तो व्यक्ति बुद्धिमानी पर उदारता से खर्च करने वाला होता है। परन्तु बीच में अधिक खाली स्थान होने पर वह आवश्यकता से अधिक व्यय करने वाला तथा बचत कम करने वाला होगा। इसके विपरीत अँगुलियों को पास जाने पर उनके बीच नाम मात्र की जगह बचे या बिलकुल नहीं बचे, ऐसा होने पर व्यक्ति कजूस होगा।
स्वाभाविक रूप से हाथ और अँगुलियाँ फैलाने पर पहली (Index Finger) और दसरी अँगुली के (Middle Finger) बीच चौड़ी जगह रहना विचारों की स्वतन्त्रता प्रकट करता है।
दूसरी और तीसरी अँगुली के बीच (Between Middle Finger and Sun Finger) अधिक खाली स्थान होना यह बताता है कि व्यक्ति जीवन में स्वतन्त्र रहने की चाह रखता है और अपने भविष्य के प्रति निश्चित होता है। वह व्यवहार में अनौपचारिक होता है, उसे औपचारिकता (Formality) पसन्द नहीं होती।
अनामिका (Sun Finger) और कनिष्ठिका अँगुली के बीच का अधिक खाली स्थान यह बताता है कि ऐसा व्यक्ति बातों में चाहें कुछ कहे पर कार्य अपनी स्वतन्त्र इच्छा से करता है।
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