घर के जिस भाग में वास्तु दोष हो उस स्थान पर दरवाजे के उपर घी मिश्रित सिन्दूर से "स्वस्तिक" बनाने से वास्तु दोष का प्रभाव कम होता है।
घर के अंदर हर कमरे मे फिटकिरी का टुकड़ा या कर्पुर की टिकिया रखने से भी वास्तुदोष का प्रभाव कम होता है। फिटकिरी अगर धूल से गंदा हो जाए तो पुनः धोकर रख दे। कपूर जब समाप्त हो जाए तो फिर दुसरी टिकिया रखा करे।
बाथरूम के अंदर चीनी मिट्टी के कटोरे मे नमक भरकर रखने से बाथरूम की नकारात्मक उर्जा घर मे नही आती है। जब नमक गीला हो जाए तो उसे बदल दिया करें।
घर या कार्यस्थल के किसी भी भाग में वक्रतुण्ड की प्रतिमा अथवा चित्र लगाए जा सकते हैं किन्तु यह ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि किसी भी स्थिति में इनका मुँह दक्षिण दिशा या नैऋत्य कोण में नहीं होना चाहिए।
सुख, शांति, समृद्धि की चाह रखने वालों को सफेद रंग के विनायक की मूर्ति या चित्र लगाना चाहिए।
सर्व मंगल की कामना करने वालों के लिए सिन्दूरी रंग के गणपति की आराधना अनुकूल रहती है।
विघ्नहर्ता की मूर्ति
अथवा चित्र में उनके बाएँ हाथ की ओर सूँड घुमी हुई हो इस बात
ता शान रखना चाहिए ।