हाथ के बीच में एक बड़े त्रिभुज का बनना - हस्तरेखा विज्ञान
यदि जीवन रेखा, मस्तक रेखा और सूर्य रेखा से त्रिकोण का निर्माण हो, जिसकी आधार रेखा सूर्य रेखा हो तो ऐसा व्यक्ति प्रतिभा और संकल्प से सफलता प्राप्त करता है। जब जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा से बनने वाला कोण तीक्ष्ण और साफ-सुथरा हो तो व्यक्ति अच्छे स्वभाव और परिष्कृत योग्यता का होता है। यदि ये दो रेखाएँ (जीवन रेखा और मस्तिष्क रेखा) एक दूसरे से घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई हैं, तो व्यक्ति में आत्मविश्वास और सामाजिक कल्याण की कमी होती है।
यह बहुत कम हाथों में साफ सुथरा देखने को मिलता है ज्यादातर हाथों में कटा हुआ या फिर टूटा हुआ या फिर राहु रेखा से दोषयुक्त हुआ वा ही होता है इसलिए व्यक्ति को इसका फल उतना नहीं मिलता जितना मिलना चाहिए ।
नितिन कुमार पामिस्ट