सूर्य पर्वत पर दो रेखा होना | हस्तरेखा
दो सूर्य रेखा - यदि हाथ में एक से अधिक सूर्य रेखाएं मौजूद हों, तो जातक अत्यन्त कलाप्रिय स्वभाव का होता है। यदि ऐसी दो या तीन रेखाएं एक-दूसरे के बिलकुल समानान्तर हो, तो जातक को दो-तीन क्षेत्रों में सफलता मिलती है। लेकिन निर्बल और पतली अनेक सर्य रेखाओं की उपस्थिति होने से विचारधारा और कार्यशक्ति अनेक क्षेत्रों में बंट जाती है, जिससे सफलता की सम्भावना कम हो जाती है। इसलिए अनेक निर्बल रेखाओं की अपेक्षा एक या दो स्पष्ट सूर्य रेखाओं का होना शुभ और उत्तम माना जाता है।
यदि कोई रेखा सूर्य रेखा को काट देती है तो वो उसके प्रभाव में कमी लाती है । यदि सूर्य रेखा पर उल्टा त्रिशूल बना हुआ है तो वो भी उसके प्रभाव में कमी लाता है ।