हस्तरेखा विशेषज्ञ का हाथ
यदि आप हाथ देखना सीखना चाहते है तो आपको सबसे पहले ये देखना होगा की आपके हाथ में ज्योतिषी और हस्तरेखा शास्त्री बनने के निशान है या नहीं ?
1) गुरु मुद्रिका
2) चंद्र रेखा
3) भाग्य रेखा चंद्र पर्वत से उदित होना
4) अंगूठे में यव होना
5) मंगल के मैदान पर क्रॉस होना
6) जीवन रेखा के समान्तर मंगल रेखा होना
हाथ देखना इतना सरल नहीं परन्तु इतना मुश्किल भी नहीं लेकिन व्यक्ति को निरंतर अभ्यास करना जरूरी है।
लोग अक्सर एक या दो किताब पढ़कर फलादेश करना शुरू कर देते है जबकि लोगो को कुछ समय अभ्यास करना चाहिए और सिर्फ भूतकाल का फलादेश करना चाहिए वर्तमान या भविष्यकाल का नहीं करना चाहिए।
व्यक्ति आपके पास अपनी समस्या ले कर आया है इसलिए आपको उसकी समस्या का समाधान भी करना होगा मतलब आपको उपाय भी आने चाहिए की किस समस्या का क्या उपाय है।
हस्तरेखा शास्त्री अच्छा पैसा कमा सकता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं की लोगो को ठगना शुरू कर दे मतलब डरा कर पूजा इत्यादि के नाम पर पैसा लेना शुरू कर दे।
हाथ देखने वाले विशेषज्ञ के स्वयं के हाथ में चन्द्र रेखा (लाइफ आॅफ इन्ट्यूशन) हो तो वह अपनी अन्र्तदृष्टि से जो कहेगा वह सही होगा। हाथ की रेखाओं में समय घटना व दिन का पता लगा पाना बड़ा कठिन होता है।
जब हाथ के अनेक भाग मिश्रित होते हैं तो ऐसी स्थिति में पर्वत, रेखा, नाखून, मणिबन्ध, तथा हाथ का रंग एवं देश काल परिस्थिति को आधार मानकर भविष्य बताया जाता है।
महिलाओं के हस्त परीक्षण में बायां हाथ देखने के बाद काल व घटना निर्धारण हेतु दाहिने हाथ को भी आधार माना जायेगा।
हाथ देखना इतना सरल नहीं परन्तु इतना मुश्किल भी नहीं लेकिन व्यक्ति को निरंतर अभ्यास करना जरूरी है।
लोग अक्सर एक या दो किताब पढ़कर फलादेश करना शुरू कर देते है जबकि लोगो को कुछ समय अभ्यास करना चाहिए और सिर्फ भूतकाल का फलादेश करना चाहिए वर्तमान या भविष्यकाल का नहीं करना चाहिए।
व्यक्ति आपके पास अपनी समस्या ले कर आया है इसलिए आपको उसकी समस्या का समाधान भी करना होगा मतलब आपको उपाय भी आने चाहिए की किस समस्या का क्या उपाय है।
हस्तरेखा शास्त्री अच्छा पैसा कमा सकता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं की लोगो को ठगना शुरू कर दे मतलब डरा कर पूजा इत्यादि के नाम पर पैसा लेना शुरू कर दे।
हाथ देखने वाले विशेषज्ञ के स्वयं के हाथ में चन्द्र रेखा (लाइफ आॅफ इन्ट्यूशन) हो तो वह अपनी अन्र्तदृष्टि से जो कहेगा वह सही होगा। हाथ की रेखाओं में समय घटना व दिन का पता लगा पाना बड़ा कठिन होता है।
जब हाथ के अनेक भाग मिश्रित होते हैं तो ऐसी स्थिति में पर्वत, रेखा, नाखून, मणिबन्ध, तथा हाथ का रंग एवं देश काल परिस्थिति को आधार मानकर भविष्य बताया जाता है।
महिलाओं के हस्त परीक्षण में बायां हाथ देखने के बाद काल व घटना निर्धारण हेतु दाहिने हाथ को भी आधार माना जायेगा।