हाथ में अच्छी और बुरी सूर्य रेखा की पहचान - हस्तरेखा
सूर्य रेखा हाथ में सबसे महत्वपूर्ण रेखा है क्युकी ये रेखा धन और यश का प्रतीक है। यदि व्यक्ति के हाथ में अच्छी सूर्य रेखा है तो व्यक्ति को सफलता जरूर मिलती है और यदि सूर्य रेखा का अभाव है तो व्यक्ति को असफलता और कठिनाइयाँ मिलती है।
पढ़ें - सूर्य रेखा से अपनी बीमारी का पता करें - हस्तरेखा
अपने हाथ में सूर्य रेखा को कैसे देखें - हस्तरेखा
सूर्य रेखा हाथ में सूर्य पर्वत पर एक खड़ी रेखा होती है जो की अनामिका ऊँगली के नीचे होती है।
बुरी या खराब सूर्य रेखा (दोषयुक्त सूर्य रेखा) के प्रकार
1). खंडित सूर्य रेखा (टूटी हुई सूर्य रेखा)
खंडित सूर्य रेखा धनहानि और नौकरी में उतार -चढ़ाव बताती है। साथ ही नौकरी में अवनति और कोर्ट कचहरी का चक्कर बताती है। व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते है।
2). सूर्य रेखा पर द्धीप होना
सूर्य रेखा पर द्धीप होना मतलब आँख खराब होना , व्यापार में नुकसान और इज्जत को धक्का लगाना होता है।
3). सीढ़ीनुमा सूर्य रेखा
सीढ़ीनुमा सूर्य रेखा कर अर्थ है व्यक्ति के नौकरी और व्यापार में अस्थिरता बनी रहती है और उस वजह से व्यक्ति तरक्की नहीं कर पता है।
अच्छी सूर्य रेखा के प्रकार
1). सीधी और लम्बी सूर्य रेखा जो चंद्र पर्वत से शुरू हो
चंद्र पर्वत से शुरू होने वाली सूर्य रेखा या मणिबंध के ऊपर से शुरू होने वाली सूर्य रेखा जिस पर कोई दोष ना हो ऐसे व्यक्ति को जल्दी या छोटी उम्र में सफलता मिलती है। ऐसा व्यक्ति जल्दी नाम और पैसा बना लेता है।
2). सूर्य रेखा का भाग्य रेखा से शुरू होना
यदि सूर्य रेखा भाग्य रेखा से शुरू हो रही है तो व्यक्ति बहुत धनवान होता है और बहुत भाग्यशाली होता है।
3 ). सूर्य रेखा का व्यापार रेखा से शुरू होना
यदि सूर्य रेखा व्यापार रेखा से शुरू होती है तो ऐसे व्यक्ति को व्यापार में बहुत बड़ी सफलता मिलती है और ऐसा व्यक्ति जमीन से धन कमाता है और उसके पास बहुत सारी प्रॉपर्टी होती है और वह धनवान होता है।
नितिन कुमार पामिस्ट
सूर्य रेखा हाथ में सबसे महत्वपूर्ण रेखा है क्युकी ये रेखा धन और यश का प्रतीक है। यदि व्यक्ति के हाथ में अच्छी सूर्य रेखा है तो व्यक्ति को सफलता जरूर मिलती है और यदि सूर्य रेखा का अभाव है तो व्यक्ति को असफलता और कठिनाइयाँ मिलती है।
पढ़ें - सूर्य रेखा से अपनी बीमारी का पता करें - हस्तरेखा
अपने हाथ में सूर्य रेखा को कैसे देखें - हस्तरेखा
सूर्य रेखा हाथ में सूर्य पर्वत पर एक खड़ी रेखा होती है जो की अनामिका ऊँगली के नीचे होती है।
बुरी या खराब सूर्य रेखा (दोषयुक्त सूर्य रेखा) के प्रकार
1). खंडित सूर्य रेखा (टूटी हुई सूर्य रेखा)
खंडित सूर्य रेखा धनहानि और नौकरी में उतार -चढ़ाव बताती है। साथ ही नौकरी में अवनति और कोर्ट कचहरी का चक्कर बताती है। व्यक्ति पर झूठे आरोप लगते है।
2). सूर्य रेखा पर द्धीप होना
सूर्य रेखा पर द्धीप होना मतलब आँख खराब होना , व्यापार में नुकसान और इज्जत को धक्का लगाना होता है।
3). सीढ़ीनुमा सूर्य रेखा
सीढ़ीनुमा सूर्य रेखा कर अर्थ है व्यक्ति के नौकरी और व्यापार में अस्थिरता बनी रहती है और उस वजह से व्यक्ति तरक्की नहीं कर पता है।
अच्छी सूर्य रेखा के प्रकार
1). सीधी और लम्बी सूर्य रेखा जो चंद्र पर्वत से शुरू हो
चंद्र पर्वत से शुरू होने वाली सूर्य रेखा या मणिबंध के ऊपर से शुरू होने वाली सूर्य रेखा जिस पर कोई दोष ना हो ऐसे व्यक्ति को जल्दी या छोटी उम्र में सफलता मिलती है। ऐसा व्यक्ति जल्दी नाम और पैसा बना लेता है।
2). सूर्य रेखा का भाग्य रेखा से शुरू होना
यदि सूर्य रेखा भाग्य रेखा से शुरू हो रही है तो व्यक्ति बहुत धनवान होता है और बहुत भाग्यशाली होता है।
3 ). सूर्य रेखा का व्यापार रेखा से शुरू होना
यदि सूर्य रेखा व्यापार रेखा से शुरू होती है तो ऐसे व्यक्ति को व्यापार में बहुत बड़ी सफलता मिलती है और ऐसा व्यक्ति जमीन से धन कमाता है और उसके पास बहुत सारी प्रॉपर्टी होती है और वह धनवान होता है।
नितिन कुमार पामिस्ट