हस्तरेखा शास्त्र और परामनोविज्ञान (Palmistry And Parapsychology)
हस्तरेखा शास्त्र और परामनोविज्ञान (Palmistry and Parapsychology) सृष्टि निर्माता ने मनुष्य का भाग्य उसकी हस्तरेखाओं में लिखकर एक महान रहस्यमय सत्य को उजागर किया है। हमारा भाग्य हमारे हाथों अर्थात् कर्मों से बनता है। कुछ हस्तरेखा शास्त्रियों द्वारा यह माना जाता है कि पूर्व जन्मों में किये कर्मों से अर्जित फल जो हमारे अचेतन मन में जमा होते हैं, वे भी हस्तरेखाओं में प्रकट हो जाते है। अभी इस जन्म में हम जिस स्थिति में हैं, वह हमारे पूर्वजन्म के कर्मफलों तथा वर्तमान जीवन में किये जानेवाले कर्मों का ही फल है।
यद्यपि कुछ धर्मों में पूर्वजन्म की धारणा को नहीं माना जाता परन्तु संसार में एक नहीं वरन् अनेक परामनोवैज्ञानिकों ने निष्पक्ष होकर जो खोजें की हैं उनसे उपर्युक्त तथ्य सही पाया गया है, उदाहरण के लिए, वर्जीनिया विश्वविद्यालय के पैथालॉजी विभाग के चेयरमेन डा. इआन स्टीवेन्सन (Dr. Ian Stevenson) ने ऐसे अनेक व्यक्तियों के मामलो (Cases)का अध्ययन किया था जिन्हें अपने पूर्वजन्म के कर्मों के बारे में ज्ञान था और उनके विवरणों के आधार पर निष्पक्ष अन्वेषण करने पर पता चला कि वे सही थे।
'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेन्टल हेल्थ एण्ड न्यूरो साइन्सेज' बंगलौर के निदेशक डा. आर. एम. वर्मा और डा. एच. एन. मूर्थी ने ऐसे 16 व्यक्तियों के मामलों (Cases) की सूक्ष्म जाँच कर यह स्वीकार किया था कि इन लोगों ने पूर्वजन्म की जिन घटनाओं, स्थानों, व्यक्तियों आदि के बारे में बताया था, वे सभी सत्य थे।
विदेशों में भी पूर्व जन्म के बारे में सूक्ष्म खोजबीन की जा चुकी है, उदाहरणार्थ गिना सर्मिनारा (Gina Cerminara) ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘मेनी मैंसन्स' (Many Mansions) में पूर्वजन्मों की सत्य घटनाओं का उल्लेख कर यह सिद्ध किया है कि यह धारणा सही है और पूर्वजन्मों के कर्मों का प्रभाव वर्तमान जीवन पर पड़ता है। पूर्वजन्म के बारे में जानने के लिए एम. वी. कामथ की (Philosophy of Life of Death) पढ़िए।
इस प्रकार परमात्मा प्रत्येक जीवात्मा को अपनी चेतना का विकास करने का पूरा अवसर देता है। यह पूर्ण विकास है- अपने परमानन्द से पूर्ण आत्मस्वरूप को समझना तथा अनुभव करना। अत: हस्तरेखा शास्त्र व्यक्ति को अपनी चेतना का विकास करने की प्रेरणा देता है। यह प्रेरणा उसे अपने विचारों तथा कर्मों में श्रेष्ठता लाने का मार्ग दिखाती है।
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