यदि सूर्य रेखा का आरम्भ मस्तिष्क रेखा से हो, तो जातक को केवल अपनी बौद्धिक योग्यता और निजी प्रयत्नों से सफलता और प्रतिष्ठा प्राप्त होती है, किन्तु यह सफलता उसे पैंतीस वर्ष के बाद जीवन के दूसरे भाग में मिलती है। यह योग लेखकों, वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं के हाथों में होता है।
बहुत बार ऐसे लोगों को आकस्मिक धन की प्राप्ति भी होती है या फिर किसी दूसरे की जमीन में से हिस्सा मिलता है या फिर जायदाद में से हिस्सा मिलता है जिस से इनकी जिंदगी बदल जाती है ।