औरत और आदमी के हाथ में दूसरी शादी का योग | पामिस्ट्री
हाथ पर कई संकेत होते हैं जो दो विवाह (second marriage) या दूसरे विवाह/संबंध का योग बताते हैं। भारत में दूसरी शादी और प्रेम विवाह (love marriage) का चलन बहुत बढ़ गया है । हाथ में विवाह रेखा (Vivah Rekha) और दूसरी रेखोओ की मदद से हम ये जान सकते है की व्यक्ति का प्रेम विवाह (prem vivah) होगा या तलाक होगा या इस व्यक्ति का वैवाहिक जीवन कैसा रहेगा । इस व्यक्ति की शादी कैसी रहेगी, आगे चलकर टूटेगी या बनी रहेगी ?
हस्तरेखा शस्त्र में दूसरे विवाह या पुनः विवाह के सबसे सामान्य संकेत:
1) दोनों हाथों पर दो समान विवाह रेखाएँ (दो विवाह रेखा)।
2) विवाह रेखाएँ एक-दूसरे से कटी हों या विवाह रेखा पर क्रॉस हों।
3) विवाह रेखा पर फोर्क बना हो ।
4) दो समांतर भाग्य रेखाएँ या दोहरी भाग्य रेखा हो ।
5) शुक्र पर्वत से प्रभाव रेखा निकाल कर विवाह रेखा को काटती हो ।
6) मस्तिष्क रेखा के नीचे भाग्य रेखा टूटी हुई हो ।
7) विवाह रेखा पर द्वीप बना हो ।
8) विवाह रेखा सूर्य रेखा को काट रही हो ।
9) विवाह रेखा या भाग्य रेखा की शाखा हृदय रेखा से मिलती हो ।
10) जीवन रेखा से समांतर रेखा जिनको जीवन रेखा के अंदर से या प्रभाव रेखाओं द्वारा काटा जाना ।
11) मध्यमा और तर्जनी उंगली पर तिल हो ।
12) मस्तक रेखा और हृदय रेखा के बीच दोहरी भाग्य रेखा हो ।
13) हाथ पर बहुत सारी रेखाओ का जाल बना हो ।
14) दोनों हाथों पर कई विवाह रेखाएँ हो ।
15) विवाह रेखा पर ब्रेक हो ।
दूसरे विवाह के बारे में सबसे सामान्य सवाल जो तलाकशुदा महिलाएँ पूछती हैं वह है "क्या मैं फिर से शादी करूंगी? और आप मेरी आर्थिक स्तिथि और करियर को कैसे देखते हैं"? मुझे कुल कितने बच्चे होंगे?
दाएं और बाएं हाथ पर दो विवाह रेखाएँ
यदि आपके दोनों हाथों पर दो विवाह रेखाएँ (बराबर लंबाई और समान दिखाई देने वाली) हैं, तो इसका मतलब है कि आपकी शादीशुदा जीवन में असंतुष्टता, तलाक, अलगाव, बाहरी संबंध की वजह से वैवाहिक जीवन में असंतोष रह सकता है लेकिन आपको इस बात की पुष्टि भाग्य रेखा और अन्य संकेतों से भी करनी चाहिए। सिर्फ इस बात से निर्णय नहीं निकालना चाहिए ।
दोहरी विवाह रेखा/एक से अधिक विवाह रेखा
दोनों हाथों (दाएं और बाएं हाथ) पर दोहरी विवाह रेखाएँ या समान विवाह रेखाएँ होने पर विवाहित जीवन में समस्या या कोई ना कोई तकलीफ रहती है और सुख, आनंद, मनोरंजन से वंचित रहने का संकेत देती हैं, चाहे व्यक्ति कितनी बार भी शादी करें। हर शादी में उसको कुछ ना कुछ तकलीफ बनी रहती है ।
परंतु भारत में अधिकांशत: जोड़े (पति-पत्नी) अपने बच्चों के भविष्य के लिए तलाक नहीं लेते हैं, इसलिए उनकी शादी सिर्फ एक समझौते की तरह होती है। इसलिए दो विवाह रेखा होने पर या दो-तीन विवाह रेखा होने पर भी व्यक्ति का तलाक नहीं होता है ।
यहा ये बात का ध्यान रखना आवश्यक है की दोनों विवाह रेखा एक समान और समान लंबाई में होनी चाहिए नाकी छोटी और बड़ी हो क्युकी ऐसी स्थिति में लंबी विवाह रेखा को ही विवाह रेखा माना जाएगा ।
हाथ में दो विवाह रेखाएँ एक-दूसरे के बहुत करीब हो
हस्तरेखा में, अगर विवाह रेखा के पास एक करीबी समान रेखा है या दो विवाह रेखाएँ आपस में बहुत करीब हैं, तो यह इस बात का संकेत मिलता है कि शादी के बाद भी गैर-संबंध/गैर-शादी (अवैध शादी) का जीवन जारी रह सकता है।