घर निर्माण के लिए श्रेष्ठ महीनों की सूची: मत्स्यपुराण के अनुसार शुभ समय
घर निर्माण एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिसे शुभ मुहूर्त और सही समय पर करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। भारतीय धर्मग्रंथों में इस विषय पर विस्तृत चर्चा की गई है, जिसमें मत्स्यपुराण एक महत्वपूर्ण स्रोत है। आइए, जानते हैं कि मत्स्यपुराण के अनुसार किस महीने में घर का निर्माण करना शुभ होता है और किस महीने से बचना चाहिए।
घर के निर्माण के लिए सर्वोत्तम महीने: मत्स्यपुराण के अनुसार शुभ समय की जानकारी - घर निर्माण के लिए सही महीना चुनें: मत्स्यपुराण की गणना से जानें घर निर्माण के लिए कौन सा महीना है सबसे शुभ :
चैत्र मास: यदि घर का निर्माण कार्य चैत्र महीने में शुरू किया जाए, तो यह घर के लिए लाभकारी होता है। इस महीने में निर्माण करने से घर में बीमारी का कोई खतरा नहीं होता और वातावरण स्वस्थ रहता है।
वैशाख मास: वैशाख महीने में घर के निर्माण से घर के लोगों को मानसिक शांति प्राप्त होती है। इस महीने में किए गए निर्माण कार्य से गौ दान जैसे दिव्य दान की प्राप्ति होती है, जिससे जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
जेठ मास: जेठ महीने में घर निर्माण कार्य शुरू करने से अकाल मृत्यु का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, घर के लोग कोट-कचहरी के चक्कर में पड़ सकते हैं, जिससे आर्थिक और मानसिक तनाव हो सकता है।
आषाढ़ मास: आषाढ़ महीने में भवन निर्माण शुरू करने से घर में नौकर-चाकरों की कमी नहीं रहती। साथ ही, इस महीने में जन्मे बच्चे मधुर स्वभाव के होते हैं और सहयोगी भी मिलते हैं।
सावन मास: सावन महीने में घर का निर्माण कराने से व्यापार में रुकावट नहीं आती। धन की कमी नहीं होती और रिश्तेदार भी खुश रहते हैं।
भाद्रपद मास: भाद्रपद महीने को घर निर्माण के लिए उतना शुभ नहीं माना गया है। इस महीने में कार्य में बाधाएँ आ सकती हैं और काम देर से पूरा हो सकता है।
अश्विन मास: अश्विन महीने में घर निर्माण कराने से घर की महिलाएं गर्म स्वभाव की होती हैं और घर में झगड़े-कलह की संभावना बढ़ जाती है।
कार्तिक मास: कार्तिक महीने में घर निर्माण करने से धन-धान्य की कमी नहीं होती। इस महीने में किया गया निर्माण घर में समृद्धि लाता है।
मार्गशीर्ष मास: मार्गशीर्ष महीने में घर निर्माण कराने से घर में अन्न की कोई कमी नहीं रहती और कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहता।
मत्स्यपुराण के अनुसार, इन महीनों की विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए घर निर्माण का निर्णय लेना चाहिए ताकि भविष्य में सुख-समृद्धि बनी रहे।